बिहार : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- मुझे लोगों ने निरीह बना दिया है, मैं क्या कर सकता हूं

पटना : बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित पार्टी प्रदेश कांग्रेस पार्टी है. बिहार प्रदेश कांग्रेस में लगातार वर्तमान अध्यक्ष को लेकर बयानबाजी की जा रही है. इससे पूर्व पार्टी के नेताओं के बयानों से आहत होकर प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी कैमरे के सामने रो चुके हैं. इतना ही नहीं उन्होंने केंद्रीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2017 12:41 PM

पटना : बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित पार्टी प्रदेश कांग्रेस पार्टी है. बिहार प्रदेश कांग्रेस में लगातार वर्तमान अध्यक्ष को लेकर बयानबाजी की जा रही है. इससे पूर्व पार्टी के नेताओं के बयानों से आहत होकर प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी कैमरे के सामने रो चुके हैं. इतना ही नहीं उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से यहां तक कह दिया है कि जो भी हो उनको लेकर नेतृत्व जल्दी फैसला ले कि उन्हें हटाना है या रखना है. इन सब बातों पर अभी चर्चा चल रही रही थी कि अशोक चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें पार्टी के अंदर निरीह बना दिया गया है. उन्होंने एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत में कहा कि लोगों ने उन्हें निरीह बना दिया है. उन्होंने कहा कि जो परिस्थिति बन गयी है, उस स्थिति में कंटीन्यू रहने या नहीं रहने, लोगों ने तो निरीह बना दिया है. कोई आदमी मेहनत करता है तो उसके लिए रिजल्ट अच्छा आता है, तो घर में माता-पिता उसेशाबसी देते हैं और कहते हैं कि ठीक है, तुमने अच्छा किया है तुम्हें 99 फीसदी नंबर आया है. अब 99 प्रतिशत नंबर लाने के बाद मां-बाप उसे पीटने लगेगा, तो बच्चा कैसे उत्साहित होगा.

उधर, कांग्रेस के नेता अखिलेश सिंह ने कहा कि मैं उनके बारे में यानी अशोक चौधरी के बारे में कुछ नहीं बोलना चाहता, उस कुर्सी पर बैठा हुआ आदमी बड़ा होता है और कांग्रेस अध्यक्ष निरीह नहीं हो सकता. इससे पूर्व भी बिहार प्रदेश कांग्रेस का विवाद सतह पर आ चुका है, अभी कुछ दिन पहले बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के समर्थकों ने कहा कि अशोक चौधरी ने कांग्रेस को बिहार में मजबूत बनाया है और अशोक चौधरी पर कार्रवाई होती है, तो कांग्रेस पूर्व की अवस्था में भी लौट सकती है. कांग्रेस अध्यक्ष के करीबी और विधान पार्षद दिलीप चौधरी ने एक क्षेत्रीय चैनल में बातचीत से यह बात कही. वहीं दूसरी ओर प्रदेश अध्यक्ष ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान देते हुए कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से यह पूछा कि मुझे रखना है या हटाना, जल्दी फैसला ले आलाकमान.

अशोक चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद बिहार प्रदेश कांग्रेस का अंदरूनी माहौल काफी विषाक्त हो गया है, स्थिति बहुत दयनीय है. रोजाना अटकलबाजी का बाजार गरम है, जो अब बंद होना चाहिए. अशोक चौधरी ने कहा था कि जब से मैं अध्यक्ष बना हूं, तब से अंदर के लोगों की साजिश का सामना कर रहा हूं. चौधरी ने एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत में कहा था कि जो बच्चा स्कूल में फेल होकर डांट खाता है और कहा कि मै तो उस बच्चे से भी गया गुजरा हूं, मैं फेल नहीं, बल्कि 99 फीसदी नंबर लेकर आया हूं, तब भी मार ही खा रहा हूं. इस बीच बक्सर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा था कि मैं भी राहुल गांधी से कहूंगा कि नौवजवानों को मौका दें. मुझे भी बनाया जाये, मैं पूरे बिहार के ब्राह्मणों को गोलबंद करने का काम करूंगा. जबकि उधर, पटना में विधान पार्षद दिलीप चौधरी ने कहा कि मैंने सीपी जोशी के सामने अपना दावा रखा है. मैंने वर्षों से कांग्रेस की सेवा किया है. आलाकमान अब नहीं मेरे बारे में सोचेगा, तब कब सोचेगा.

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