CBI ने जारी किया तीसरा समन, लालू से तीन व तेजस्वी से चार अक्तूबर को होगी पूछताछ
सोमवार को नहीं पहुंचे तेजस्वी, दो हफ्ते का समय मांगा नयी दिल्ली : राजद प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा पूछताछ के लिए दो हफ्ते का समय मांगे जाने के बाद सीबीआई ने सोमवार को तीसरी बार समन जारी किया है.सीबीआई ने लालू प्रसाद को तीन अक्तूबर और तेजस्वी को चार अक्तूबर […]
सोमवार को नहीं पहुंचे तेजस्वी, दो हफ्ते का समय मांगा
नयी दिल्ली : राजद प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा पूछताछ के लिए दो हफ्ते का समय मांगे जाने के बाद सीबीआई ने सोमवार को तीसरी बार समन जारी किया है.सीबीआई ने लालू प्रसाद को तीन अक्तूबर और तेजस्वी को चार अक्तूबर को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है. सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि इस बार लालू और तेजस्वी को पूछताछ के लिए पेश होना ही होगा, क्योंकि दोनों के वकील ने भी सीबीआइ के समक्ष अगली तिथि पर हाजिर होने का आश्वासन दिया है. दोनों से सीबीआई रेलवे के होटल टेंडर घोटाले मामले में पूछताछ करने वाली है.
तेजस्वी यादव को मंगलवार को सीबीआई के समक्ष हाजिर होना था, लेकिन वह नहीं आये. तेजस्वी के वकील सीबीआई मुख्यालय पहुंचे और दो हफ्ते का वक्त देने की मांग की. इससे पहले सोमवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी पेश नहीं हुए थे और उन्होंने भी वकील के जरिये दो हफ्ते वक्त मांगा था. इससे पहले सीबीआइ ने लालू प्रसाद और तेजस्वी को पूछताछ के लिए 11 और 12 सितंबर को तलब किया था. लेकिन व्यस्तता का हवाला देते हुए दोनों पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए थे. सूत्रों का कहना है कि वकीलों की सलाह पर लालू परिवार जांच एजेंसियों के सामने पेश होने की मोहलत मांग रहा है.
सीबीआइ का आरोप है कि रेल मंत्री रहते लालू प्रसाद ने आइआरसीटीसी के दो होटलों के रखरखाव का जिम्मा कोचर बंधु की कंपनी सुजाता होटल को दिया और बदले में कंपनी ने लालू प्रसाद की बेनामी कंपनी डिलाइट मार्केटिंग लिमिटेड को तीन एकड़ जमीन पटना में दी.
बाद में इस कंपनी के डायरेक्टर राबड़ी देवी और तेजस्वी बन गये और कंपनी का नाम लारा प्रोजेक्ट कर दिया गया. गौरतलब है कि सीबीआइ ने लालू परिवार के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और परिवार के सदस्यों समेत कोचर बंधु और आइआरसीटीसी के प्रमुख रहे पीके गोयल और डिलाइट मार्केटिंग कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. बेनामी संपत्ति मामले में प्रवर्तन निदेशालय भी जांच कर रहा है. आयकर विभाग पहले ही लालू परिवार की कई संपत्तियों को जब्त कर चुका है.