पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी नेमंगलवारको कहा कि पर्यावरण में आये बदलाव के कारण बिहार में आपदा से जुड़ी घटनाएं बढ़ी हैं. यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुशील ने कहा कि जलवायु परिवर्तन आज दुनिया में सबसे बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 से अभी तक राज्य में चार हजार लोग और 42 हजार पशु मर चुके हैं. बाढ़ का आना बढ़ गया है और किशनगंज तथा अररिया जैसे क्षेत्र भी आज बाढ़ का सामना कर रहे हैं.
सुशीलमोदी ने कहा कि बिहार को वर्ष 2007, 2008, 2011, 2013, 2016 एवं 2017 में बाढ़ का सामना करना पड़ा और इस वर्ष आयी बाढ़ से 514 लोगों की मौत होने के साथ 1.71 करोड़ लोग प्रभावित हुए तथा 30 लाख बाढ़ पीड़ितों को आरटीजीएस के जरिये प्रति परिवार 6000 रुपये मुआवजा के तौर पर कुल 1788 करोड़ रुपये का भुगतान करना पड़ा है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार ने विभिन्न आपदाओं यथा बाढ़, सुखे और वज्रपात से निपटने के लिए वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान 68,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया. हम लोगों को छोटे-छोटे कदम उठाकर बड़ा लक्ष्य हासिल करने की जरूरत है. संपन्न और शिक्षित लोग अपना कार्बन फुटप्रिंट घटाने, ऊर्जा की किफायती खपत वाले उपकरणों का उपयोग करने और अन्य लोगों को प्रेरित करने में अग्रणी की भूमिका निभा सकते हैं.