पटना : बिहार के जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह नेमंगलवारको भागलपुर जिले के बटेश्वरस्थान नहर टूटने को लेकर एनटीपीसी की सफाई को नकार दिया और कहा कि थर्ड पार्टी जांच रिपोर्ट में भी यह पाया गया एनटीपीसी द्वारा बनायेगये अंडर पास में तीन कमियों को दूर नहीं किया गया था.
यहां पत्रकारों से ललन ने कहा कि थर्ड पार्टी जांच रिपोर्ट में भी यह पाया गया एनटीपीसी द्वारा बनायेगये अंडर पास में तीन कमियों को दूर नहीं किये जाने के कारण नहर क्षतिग्रस्त हुई. बटेश्वरस्थान गंगा नदी पंप नहर परियोजना का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उद्घाटन के एक दिन पहले 19 सितंबर टेस्ट रन के दौरान रिसाव और एक जगह से टूट गया था. ललन ने कहा कि एनटीपीसी द्वारा 21 सितंबर को जारी कर प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया उन्हें अंडर पास बनाने के लिए उसे अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त है.
मंत्री ने कहा कि जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने एनटीपीसी के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर एनओसी दिये जाने की प्रति उपलब्ध कराने को कहा था पर आज तक उनका कोई जवाब नहीं प्राप्त हुआ. उन्होंने कहा कि इसके बाद जल संसाधन विभाग के प्रधानसचिव अरुण कुमार सिंह ने एनटीपीसी के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर एनओसी अब तक उपलब्ध नहीं कराए जाने तथा उनके अभियंताओं द्वारा संयुक्त जांच समिति की रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने से इंकार किया. ललन ने कहा कि थर्ड पार्टी जांच में भी अंडर पास में उक्त तीन कमियां पायी गयी.
ललनसिंह ने कहा कि अंडर पास में आयी कमी को इन तीन कमियों को दूर करने के लिए कार्य कराया जा रहा है और एनपीटीसी को यह भी लिखा गया है कि यह काम जो हम करायेंगे इसकी लागत आपसे वसूल करेंगे. उन्होंने कहा कि उसमें मौजूद कमियों को एक महीने के भीतर दूर कर तब हमलोग उसके उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे.
मंत्री ने कहा अभी तो थर्ड पार्टी की रिपोर्ट आयी है, उसकी हम समीक्षा करेंगे. अगर एनटीपीसी ने हमारे साथ धोखाधड़ी किया है. अगर कोई फौजदारी का कोई मामला बनता है जो हम जरूरी एफआइआर करेंगे. बटेश्वरस्थान गंगा नदी पंप नहर परियोजना में लालू और शरद के घोटाले के आरोप की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि उक्त नहर का निर्माण 1987 में किया गया और अंडर पास 199092 की अवधि में बना तो ऐसे में अभी कहां से घोटाला हो गया.