सहरसा : बिहार के सहरसा जिले में उग्र भीड़ द्वारा एक पुलिसकर्मी की पिटायी का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. वार्ड नंबर 26 स्थित भारतीय नगर में सोमवार को हुए ट्रक दुर्घटना में बच्चे की मौत ने नया मोड़ ले लिया है. बच्चे की मौत से उग्र स्थानीय लोगों ने सोमवार को एसआइ जितेंद्र पांडे के साथ धक्का-मुक्की की थी. कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने जितेंद्र पांडेय को पिटा भी था. जिसका वीडियो वायरल होने पर कुछ लोगों पर मामला दर्ज कराया गया है. मामला दर्ज कराने से वहां के लोग उत्तेजित हो समाहरणालय पहुंचे व घंटों प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी साजिश के तहत स्थानीय लोगों को फंसाने की बात कह रहे थे. इस बाबत मृतक बच्चे की मां नसीमा खातून ने जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल को आवेदन दे कहा कि स्थानीय लोगों ने चालक को पकड़ लिया एवं थाना के दूरभाष पर इस घटना की जानकारी दी. जबकि मौके पर पहुंचे अवर निरीक्षक जितेंद्र पांडे ने लोगों द्वारा पकड़े गये ड्राइवर को अपने कब्जे में लेकर उनके मालिक से रुपये लेकर आने को कहा एवं ड्राइवर को छोड़ने की बात कही. जिससे समाज के लोग इसका विरोध करने लगे.
एसआइ श्री पांडे स्थानीय लोगों एवं महिलाओं के साथ गाली-गलौज कर भागने एवं नहीं भागने पर गोली मार देने देने की बात करने लगे. उन्होंने कहा कि सदर थानाध्यक्ष भाई भरत के पहुंचने पर लोगों ने ट्रक एवं उनके चालक को उनके कब्जे में दिया. जिसे वो थाना लेकर चले गये. इस घटना का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. वीडियो में दिख रहा है कि लोग एएसआई जितेन्द्र पांडेय के साथ धक्कामुक्की और मारपीट कर रहे हैं. पिटाई कर रहे लोगों से बचने के लिए जितेंद्र अपना सर्विस रिवॉल्वर निकाल लेते हैं और उसे लहराते हैं. भीड़ का गुस्सा इससे और भड़क जाता है. उग्र लोग रिवॉल्वर से डरने की जगह एएसआइ पर टूट पड़ते हैं.
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सहरसा के भारतीय नगर में सोमवार को ट्रक ने एक 12 वर्षीय बच्चे को कुचल दिया. बच्चे की मौत होने के बाद गुस्साये लोगों ने ट्रक ड्राइवर और हेल्पर को पकड़कर पिटना शुरू कर दिया था. सूचना के बाद वहां पहुंचे एएसआइ जितेंद्र पांडेय ने ड्राइवर और हेल्पर को बचाने की कोशिश की, तो लोग भड़क गये और एएसआई जितेंद्र पांडेय को पकड़कर पिटना शुरू कर दिया. जानकारी के मुताबिक उनकी वर्दी फाड़ दीय गयी और सरकारी रिवाल्वर छीनने की कोशिश की गयी. बाद में किसी तरह मामले को शांत किया गया. लोगों का आरोप है कि पुलिस वालों ने ट्रक ड्राइवर और उसके खलासी को भगाने की कोशिश की. एएसआइ ने कहा कि कि घटनास्थल पर सड़क हादसा से आक्रोशित लोग ड्राइवर और हेल्पर की जान लेने पर तुले थे. मैंने दोनों को बचाने की कोशिश की तो आक्रोशित लोग मुझ पर टूट पड़े.
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