सांप्रदायिक ताकतों से निबटने के लिए तालमेल जरूरी, उपेक्षितों को साथ लेकर चलेंगे : कादरी

पटना : बिहार प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किये जाने के बाद पहली बार सदाकत आश्रम पहुंचे कौकब कादरी ने कहा कि समान विचारधारा वाली पार्टियों से तालमेल जरूरी है. उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास होगा कि सभी वरीय नेताओं व उपेक्षितों में पार्टी के प्रति विश्वास पैदा कर सभी के सहयोग से पार्टी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2017 7:57 PM

पटना : बिहार प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किये जाने के बाद पहली बार सदाकत आश्रम पहुंचे कौकब कादरी ने कहा कि समान विचारधारा वाली पार्टियों से तालमेल जरूरी है. उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास होगा कि सभी वरीय नेताओं व उपेक्षितों में पार्टी के प्रति विश्वास पैदा कर सभी के सहयोग से पार्टी को आगे ले जाने का प्रयास करेंगे. साथ ही कहा कि एक साधारण कार्यकर्ता को पार्टी की जिम्मेदारी दिये जाने से कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा हुआ है. उन्होंने उपेक्षितों समेत सभी कांग्रेसियों से अपील की कि मतभेद भुला कर संगठन को मजबूत करने के लिए कार्य करें.

कादरी ने कहा कि बिहार में कांग्रेस की संभावना काफी ज्यादा है. मेरा प्रयास होगा कि कांग्रेस के पुराने व उपेक्षित नेताओं-कार्यकर्ताओं को संगठित कर पार्टी को मजबूत किया जाये. मालूम हो कि जिस समय कौकब कादरी सदाकत आश्रम में अध्यक्ष की कुरसी संभाल रहे थे उस समय पार्टी के अधिकतर विधायक और विधान पार्षद गायब रहे.

अशोक चौधरी को लिया आड़े हाथ

कौकब कादरी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्हें पार्टी से भरपूर सम्मान मिला. वे सौभाग्यशाली हैं कि पार्टी ने उन्हें दो बार अध्यक्ष नियुक्त किया. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर होते हुए वह महागठबंधन सरकार में मंत्री भी बने. जबकि, पार्टी में एक व्यक्ति एक पद का प्रावधान है. उन्हें प्रक्रिया के तहत ही हटाया गया है. अशोक चौधरी द्वारा बिहार प्रभारी सीपी जोशी पर आरोप लगाने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब तक उनका समर्थन किये, तब वे अच्छे थे. अब खराब हो गये हैं. अशोक चौधरी को मन में किसी तरह का मलाल नहीं रखना चाहिए.

Next Article

Exit mobile version