BIHAR में बदलाव की मुहिम : पूर्ण शराबबंदी के बाद आज से बाल विवाह व दहेज के खिलाफ अभियान
पटना में सीएम 5000 लोगों को िदलायेंगे शपथ, िजलों से गांवों तक भी आयोजन पटना : पूर्ण शराबबंदी के बाद अब प्रदेश में बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ सशक्त अभियान चलेगा. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार से राज्यव्यापी अभियान का शुभारंभ करेंगे और अगले एक साल तक चलने […]
पटना में सीएम 5000 लोगों को िदलायेंगे शपथ, िजलों से गांवों तक भी आयोजन
पटना : पूर्ण शराबबंदी के बाद अब प्रदेश में बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ सशक्त अभियान चलेगा. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार से राज्यव्यापी अभियान का शुभारंभ करेंगे और अगले एक साल तक चलने वाले कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा जारी करेंगे.
मुख्यमंत्री पांच हजार लोगों को बाल विवाह नहीं करने और दहेज नहीं लेने की शपथ दिलायेंगे. इसके अलावा जिलों में डीएम, अनुमंडलों में एसडीओ और प्रखंडों मेें बीडीओ भी आम लोगों और सरकारी कर्मियों को इसकी शपथ दिलायेंगे. वहीं, जिला, प्रखंड, पंचायत, गांव से लेकर मिडिल व हाईस्कूलों तक शपथ ग्रहण का आयोजन किया जायेगा. मुख्यमंत्री समारोह के बाद 10 मल्टीमीडिया वैन को भी सभी जिलों के लिए हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे, जो हर प्रखंड में जायेगा और दहेज प्रथा व बाल विवाह से होने वाले नुकसान पर बनी शॉर्ट फिल्म दिखायी जायेगी. साथ ही शिक्षा विभाग के जन शिक्षा निदेशालय के 124 कला जत्थे राज्य की सभी 8439 पंचायतों में नुक्कड़ नाटक और गीतों के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करेंगे.
हर प्रखंड में जायेंगी मल्टीमिडिया वैन
मुख्यमंत्री द्वारा रवाना किये जाने के बाद 10 मल्टीमिडिया वैन सभी जिलों के सभी प्रखंडों तक जायेंगी. इनके माध्यम से लोगों को दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ जागरूक करने के लिए शॉर्ट फिल्म दिखायी जायेगी. ये वैन तीन से 10 अक्तूबर तक सभी प्रखंडों में जायेंगी. इस वैन के साथ कला जत्था की एक टीम भी होगी, जो नुक्कड़ नाटक व गीतों का मंचन भी करेगी.
एक नवंबर से पंचायतों के लिए निकलेगा कला जत्था
बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता अभियान के लिए 124 कला जत्थाें की टीम एक नवंबर से पंचायतों में निकलेगी. 344 महिलाओं समेत 1468 सदस्यों वाली यह टीम 15 दिसंबर तक हर पंचायतों में नुक्कड़ नाटक व गीतों का मंचन करेगी. कला जत्था की एक टीम हर दिन एक पंचायत में दो जगहों पर नुक्कड़ नाटक व गीतों के जरिये लोगों को जागरूक करेगी.
हालांकि, सांकेतिक रूप से मुख्यमंत्री मुख्य समारोह के बाद कला जत्था की टीम को दो अक्तूबर को ही रवाना करेंगे, लेकिन दीपावली-छठ के साथ-साथ कला जत्था के सदस्यों की ट्रेनिंग के बाद ही एक नवंबर से उनकी ओर अभियान शुरू हो जायेगा.
मुख्य समारोह में ये होंगे शामिल
बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान के उद्घाटन के मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे. समारोह की अध्यक्षता समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा करेंगी. इनके अलावा मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की भारतीय कार्यालय की प्रतिनिधि डॉ यास्मीन अली हक मौजूद रहेंगे.
सभी 38 जिलों में होगी वेबकास्टिंग
पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार में होने वाले कार्यक्रम की वेबकास्टिंग सभी 38 जिलों में होगी. सभी जिला मुख्यालय मल्टीमीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से जुड़े रहेंगे. जिलों में भी शपथ दिलाने का कार्यक्रम ठीक उसी तरह चलता रहेगा, जिस तरह यहां पटना में मुख्यमंत्री करेंगे. जिला मुख्यालयों पर होने वाली हर गतिविधि की रिकॉर्डिंग होगी. रविवार को बाकायदा इसकी लाइव टेस्टिंग भी हुई.
मुख्यालय स्तर से गांव के स्कूल तक शपथ ग्रहण
बाल विवाह और दहेज प्रथा के उन्मूलन के लिए राज्य स्तर से लेकर गांवों तक अभियान चलेगा. सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार में आयोजित मुख्य समारोह में पांच हजार लोग शामिल होंगे.
इसके लिए 124 कला जत्थाें के 1468 सदस्य, साक्षरता कर्मी, जीविका की दीदियां, विकास मित्र, महिला निगम की सदस्यों समेत प्रबुद्ध लोग और मिडिल स्कूल से लेकर प्लस टू स्कूल के बच्चे शामिल होंगे. सभी थानों, प्रखंड, पंचायतों व स्कूलों में भी जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी और बच्चों को शपथ दिलायी जायेगी.
47.4% महिलाओं की शादी कर दी गयी 18 साल से भी कम उम्र में देश में (22 से 24 साल तक की)
69% लड़कियों की शादी कम उम्र में कर दी जाती है बिहार में
प्रतिज्ञा करता हूं
मैं……सत्यनिष्ठा पूर्वक संकल्प लेता हूं कि 18 साल से कम उम्र की लड़की और 21 साल से कम उम्र के लड़के का विवाह नहीं करूंगा. मैं ऐसे किसी भी आयोजन में शामिल नहीं होऊंगा, जहां बाल विवाह किया जा रहा हो या दहेज का लेन-देन हुआ हो. कम उम्र की शादी और दहेज का लेन-देन एक सामाजिक बुराई और कानूनी अपराध है.
अत: मैं प्रण करता हूं कि इनकी रोकथाम के लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा. मैं अपने राज्य को बाल विवाह और दहेज मुक्त बनाने की प्रतिज्ञा करता हूं.
रू-ब-रू होंगी नजीर बनी बेटियां
दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ अभियान का बिगुल फूंकने के बाद पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार में वो बेटियां लोगों से रू-ब-रू होंगी, जो नजीर बन गयी हैं. दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को इन बेटियों ने ऐसा तमाचा जड़ा है कि इनको नयी पहचान मिली है. यही बेटियां अपनी परिस्थितियों से परिचित करायेंगी. इन बेटियों को बिहार सरकार ने आमंत्रित किया है.