पटना : बिहार की राजधानी पटना के नवनिर्मित अशोक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी दहेज प्रथा और बाल विवाह का जमकर विरोध किया. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने जय प्रकाश नारायण से प्रभावित होकर दहेज वाली शादियों में शामिल नहीं होने का फैसला किया. मैंने दस पंद्रह साल तक अपने परिवार की शादियों में भी शामिल नहीं हुआ. विधायक बनने के बाद चुनाव हारने के डर से दहेज वाली शादियों में भी जाना शुरू किया. उपमुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दहेज का विरोध करते हुए सभी लोगों से इसके विरोध में आगे आने की अपील की. उन्होंने बिहार से दहेज प्रथा और बाल विवाह को पूरी तरह समाप्त किये जाने की वकालत करते हुए अपनी बात रखी.
इससे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि है. कुछ लोग इसे अपनी लिबर्टी से जोड़कर देखते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां 39 प्रतिशत बाल विवाह होते हैं. बाल विवाह के कारण लोग बौनेपन का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि दहेज उत्पीड़न के मामले में बिहार यूपी के बाद दूसरे स्थान पर है. जिस तरह से हम शराबबंदी के खिलाफ अभियान चला रहे है उसी तरह दहेज और बाल विवाह के खिलाफ अभियान चलायेंगे.
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