8 सेकेंड के वीडियो में लड़की भैया-भैया चीखती रही, लड़के बारी-बारी से करते रहे रेप, पढ़ें
आशुतोष कुमार पांडेय @ पटना पटना : वह महाअष्टमी का दिन था. तारीख 28 सितंबर. जिला -मुजफ्फरपुर, प्रखंड कटरा थाना क्षेत्र का एक गांव. गांव के आस-पास दुर्गापूजा का असीम उत्साह, उमंग और हर्षोल्लास. मेले में घुमने निकली थी अपने पापा की प्यारी 14 वर्षीय एक बेटी. जी हां, बेटी. नवरात्र में पूजी जाने वाली […]
आशुतोष कुमार पांडेय @ पटना
पटना : वह महाअष्टमी का दिन था. तारीख 28 सितंबर. जिला -मुजफ्फरपुर, प्रखंड कटरा थाना क्षेत्र का एक गांव. गांव के आस-पास दुर्गापूजा का असीम उत्साह, उमंग और हर्षोल्लास. मेले में घुमने निकली थी अपने पापा की प्यारी 14 वर्षीय एक बेटी. जी हां, बेटी. नवरात्र में पूजी जाने वाली बेटी. पूरे समाज की बेटी. सबकी बेटी. उसे अधिकार है, मेला देखने का. उसे अधिकार है खुलकर दुर्गापूजा घुमने का. उसे अधिकार है, अपने घर देर शाम को मेला देखकर लौटने का. वह लोक कल्याणकारी राज्य की नागरिक और आजाद देश की बेटी है. उसे पता है, उसके यहां बेटियां पूजी जाती हैं. उसेमालूम है, उसके समाज में नवरात्र में कुंआरी पूजन होता है. उसे किस बात का डर. उसे किस बात का भय. वह लौट रही थी मेला देखकर. आस-आस के इलाकों सहित पूरे बिहार की फिजां में या देवी सर्वभूतेषु सरस्वती, लक्ष्मी, देवी, मां रूपेण संस्थिता, नमस्तैस्य, नमस्तैस्य, नमस्तैस्य के मंत्र गूंज रहे थे. भक्ति, आस्था, विश्वास और देवी पूजन के इसी माहौल में वह बिल्कुल निश्चिंत होकर अपने घर लौट रही थी. उसके क्या पता था, रास्ते में उसके ही गांव के हैवान खड़े हैं.
चार लड़कों ने दिया रेप को अंजाम
घर जा रही उस 14 वर्षीय लड़की को उन हैवानों ने पकड़ लिया. जमीन पर गिराया और उसके साथ बारी-बारी से रेप करने लगे. इस दौरान वह भैया-भैया कहकर चीखती रही. वह वीडियो में कह रही है, हो भइया, वो भइया, ऐ भइया. उसे ऐसा लग रहा था, भाई और बहन के पवित्र बंधन की दुहाई देकर वह अपनी अस्मत बचा लेगी. उसे क्या पता था, यह दरिंदे उसे छोड़ने वाले नहीं हैं. दरिंदों ने उसकी अस्मत लूटी और उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. घटना के बाद का सबसे खतरनाक और शर्मसार कर देने वाला एक और सामाजिक पहलूदेखिए, जिसके बारे में जानकर आप कहेंगे, आखिर कैसी अाराधना. कैसी बेटियों की पूजा. इस घटना के बाद आरोपितों ने पीड़िता का मुंह बंद करने के लिए 500 रुपये देने की पेशकश की और पीड़ित परिवार का मुंह बंद रखने के लिए पंचायत में ही मामले को सुलझा लेने का प्रस्ताव दिया. आठ सेकेंड के उस वीडियो में दरिंदे के चंगुल में छटपटा रही लड़की भैया-भैया कहकर छोड़ने की अपील कर रही है और वहशी उसे छोड़ने को तैयार नहीं हैं. ऐसे मामलों को दबाने वाले लोग क्या समाज के सबसे बड़े शर्मनाक कीड़े नहीं हैं? क्या इनका समाज में रहना काफी घातक नहीं है ? पीड़िता की आवाज को दबाकर उन्होंने गैंगरेप से भी बड़े गुनाह को अंजाम दिया है.
देर रात तक पड़ी रही बेहोश
पीड़िता देर रात तक अंधेरे पड़े चौर में बेहोश पड़ी रही. चारों ओर से महाअष्टमी के देवी गीत गूंज रहे थे. चौर में सिसकती बेटी अपने पैरों पर खड़े होने का प्रयास कर रही थी. उसकी अस्मत लूट चुकी थी. उसका सबकुछ उजड़ चुका था. पीड़िता की भाभी के बयान की मानें, तो वह दरिंदगी की एक अलग ही कहानी बयां कर रही है. उसका कहना है कि घटना के दिन मेला से लौटते वक्त दो लोगों ने सबसे पहले उसकी ननद को उठाकर ले गये और एक दबंग घर ले जाकर उसके साथ बुरा काम किया. फिर, उसे घर छोड़ने के बहाने चार युवकों ने चौर में ले जाकर उसके साथ गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया. उसके बाद जैसे-तैसे वह अपने घर पहुंची. अस्मत लूट चुकी थी. पूजा पंडालों में देर रात का हवन चल रहा था. मंत्र गूंज रहे थे, लेकिन कही सन्नाटा पसरा था. जी हां, उस बेटी के दिल में, मन में, आत्मामेंसन्नाटा. एक ऐसा सन्नाटा,जो उसे जीवन भर हरसांस से पहले यह एहसास दिलाएगा.कुंवारी पूजन झूठ है. यह पूजा और उत्सव झूठ है. तुम्हारी अस्मत का लूटनाहीएककड़वा सच है.
पूरा बिहार शर्मसार
आठ सेकेंड के उस वीडियो को देखकर उन हस्तियों की रूह कांप जायेगी, जिनके हाथों में सिस्टम ने समाज के साथ आम लोगोंके रक्षा की जिम्मेदारी दी है. मामले पर पटना में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन समाज कल्याण मंत्री मंजु वर्मा ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को इस वारदात से अवगत कराया है और सरकार द्वारा कार्रवाई की जा रही है. भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने इस वारदात की भर्त्सना करते हुए वादा किया कि सरकार आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या सुषमा साहू ने इस वारदात पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि आयोग पीड़िता के समर्थन में हस्तक्षेप करेगी. बिहार के पुलिस महानिदेशक पी के ठाकुर ने कहा कि इस मामले के आरोपितों का स्पीडी ट्रायल कर दोषियों को सजा दिलवायी जायेगी. जैसा की हमेशा होता है, मामला जब लोगों के सामने आया, तो सियासत भी अपने रौ में आ गयी, बिहार की राजग सरकार पर प्रहार करते हुए प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने प्रदेश के कई भागों से इस तरह की वारदात की रिपोर्ट है, पर सरकार कान में तेल डालकर सो रही है.
असली रावण जिंदा है
हर साल की भांति इस साल भी, नहीं नुकसान पहुंचाने वाला रावण और उसके पुतले जले. लोगों ने तालियां बजायी और नवरात्र संपन्न हुआ. रावण का जलना, तालियों का बजना यह बुराई पर अच्छाई के विजय का प्रतीक नहीं. वर्तमान में समाज में खुले घूम रहे उन रावणों की तालियां हैं, जो पुतले वाले रावण के जल जाने के बाद खुशियां मनाते हैं. समाज के अंदर और सिस्टम के भीतर आज भी रावण मौजूद हैं. वह खुले घूमते हैं, उन्हें दर्द का एहसास नहीं. उन्हें बेटियों की अस्मत का ख्याल नहीं. मुजफ्फरपुर की घटना और वायरल हुए वीडियो ने दरिंदगी और वहशीपन की सारी सीमा को तोड़कर रख दिया है. उम्मीद अब कानून और कोर्ट से है, जो इन वहशियों को ऐसी सजा दे, जो फिर किसी बेटी के साथ ऐसा घिनौना मजाक नहीं कर सकें.
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