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अगर आप BIHAR में रहकर कर रहे है इंजीनियरिंग व मेडिकल कि तैयारी, तो सरकार देगी फ्री कोचिंग

पहल. छात्र-छात्राओं को परीक्षा की तैयारी में नहीं होगी परेशानी पटना : पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है. अब तक इन्हें यूपीएससी, बीपीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग मिलती है. राज्य सरकार जल्द ही इंजीनियरिंग, मेडिकल, आइआइएम, विधि की प्रतिष्ठित संस्थानों में नामांकन के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2017 8:48 AM
पहल. छात्र-छात्राओं को परीक्षा की तैयारी में नहीं होगी परेशानी
पटना : पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है. अब तक इन्हें यूपीएससी, बीपीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग मिलती है.
राज्य सरकार जल्द ही इंजीनियरिंग, मेडिकल, आइआइएम, विधि की प्रतिष्ठित संस्थानों में नामांकन के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करायेगी. अच्छे निजी कोचिंग संस्स्थानों को भी प्रशिक्षण देने के लिए आमंत्रित किया जायेगा. उधर, विभागीय मंत्री ब्रजकिशोर बिंद ने बताया कि इस तरह की कोचिंग का संचालन हर जिले में करने का सरकार फैसला ले चुकी है. जहां-जहां कोचिंग सेंटर नहीं हैं, उन जिलों में जगह की तलाश शुरू हो गयी है. जैसे-जैसे जगह मिलती जायेगी, कोचिंग सेंटर का संचालन शुरू होता जायेगा.
विभागीय स्तर से प्रस्ताव तैयार करा लिया गया है. पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों की सुविधाओं को देखते हुए प्रशिक्षण में इंजीनियरिंग, मेडिकल, आइआइएम, लाॅ आदि को शामिल किया जा रहा है.
-ब्रज किशोर बिंद, मंत्री, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग
निगम से मिलती है केंद्रों को वित्तीय सहायता
पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के आंकड़ों पर गौर करें, तो फिलहाल 15 जिलों में प्रशिक्षण केंद्रों का संचालन हो रहा है. ये प्रशिक्षण केंद्र पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले छात्र-छात्राओं को यूपीएससी, बीपीएससी व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए शुरू किये गये थे. इन केंद्रों को वित्तीय सहायता बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम से मिलती है.
सात केंद्रों से हुई थी शुरुआत
वित्तीय वर्ष 2015-16 में सात केंद्रों से प्रशिक्षण की शुरुआत हुई थी. इसके लिए 1,92,85,700 रुपये दे दिये गये थे. वर्तमान में 15 केंद्रों का संचालन हो रहा है. इसके लिए विभाग ने 3,92,26,500 रुपये की स्वीकृति प्रदान की है.
इन जिलों में प्रशिक्षण केंद्र का हो रहा संचालन
पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा, छपरा, आरा, मधेपुरा,
पूर्णिया, सहरसा, मुंगेर, मधुबनी, वैशाली (हाजीपुर), पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण.

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