पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया राजद सुप्रीमो लालू यादव बेनामी संपत्ति के आरोपों से घिरे हुए हैं. लालू यादव राजनीतिक रूप से शांत नहीं बैठे हुए हैं, इसका खुलासा उनकी पार्टी के एक करीबी नेता ने किया है. करीबी नेता की मानें, तो लालू पटना में राबड़ी द्वारा पार्टी की बुलायी गयी आपात बैठक में जानबूझकर शामिल नहीं हुए. लालू यादव पूरी तरह 2019 के लक्ष्य को लेकर अंदर ही अंदर तैयारी में जुटे हुए हैं. होटल के बदले भूखंड मामले में सीबीआई के समक्ष पेशी को लेकर दिल्ली में मौजूद लालू और तेजस्वी की इस बैठक में अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर जगदानंद ने कहा कि लालू जी आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की एकता को लेकर सक्रिय हैं और वहां रहकर वे इसके लिए काम कर रहे हैं. पार्टी की ओर से हर फ्रंट पर अकेले जूझ रहे लालू पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं.
वहीं दूसरी ओर पार्टी की नेता राबड़ी देवी ने बिहार में पूरी तरह से कमान अपने हाथों में ले लिया है. जिस तरह से सफलता पूर्वक राबड़ी ने बुधवार को पार्टी की बैठक में विधायकों और जिलाध्यक्षों को निर्देश देते दिखीं, वह पार्टी नेताओं में उत्साह भरने के लिए काफी है. बिहार में प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव आगामी 20 नवंबर को आयोजित होने वाले पार्टी की
राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान किया जाएगा. राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के आवास पर आयोजित पार्टी विधायक दल तथा जिला अध्यक्षों की बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए राजद के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी जगदानंद सिंह ने 20172020 की अवधि के लिए राजद के संगठनात्मक चुनावी कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 20 नवंबर को आयोजित होने वाली राजद के राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष की अध्यक्षता में राजद का खुला अधिवेशन आयोजित किया जायेगा. राजद के राष्ट्रीय परिषद की बैठक और पार्टी का खुला अधिवेशन कहां आयोजित किया जायेगा इस बारे में पूछे जाने पर जगदानंद ने बताया कि स्थान अभी तय नहीं हो पाया है. इस बारे में बाद में निर्णय
लिया जाएगा.जगदानंद ने कहा कि गत मई महीने में राजगीर में संपन्न राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में 2019 के लोकसभा चुनाव के पूर्व पार्टी का संगठनात्मक चुनाव 2017 के अंत से पहले करा लिए जाने का निर्णय लिया गया था ताकि एक साल मुस्तैदी से हमारे कार्यकर्ता लोकसभा के चुनाव में एकसूत्र में बंधकर कार्य करें.पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर चारा घोटाला मामले में जारी सुनवाई सहित अन्य मामलों को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद के जेल जाने की आशंका के मद्देनजर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पहले करा लिया जा रहा है, राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि जब इस चुनाव के बारे में घोषणा की गयी थी उस समय प्रदेश में न तो महागठबंधन जदयू, राजदऔर कांग्रेस की सरकार गिरी थी और न ही अन्य कोई अन्य विषय :होटल के बदले भूखंड मामले में सीबीआई द्वारा प्राथमिकी सहित बेनामी संपत्ति का मामला सामने आया था.
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