पटना : राजद सुप्रीमों लालू यादव रेलवे के होटल टेंडर घोटाला मामले में सीबीआइ के सामने पेश होकर अपनी सफाई दे रहे हैं. 2006 में रेल मंत्री रहते हुए गैर कानूनी रूप से कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने का यह मामला इन दिनों सुर्खियों में है. आखिर क्या है यह मामला और कैसे लालू पर इस मामले को लेकर केस दर्ज हुआ. लालू पर यह आरोप है कि जब वह रेल मंत्री थे, तब उन्होंने रेलवे के होटल टेंडर निजी कंपनी को दिये थे. रेल मंत्री के तौर पर निजी कंपनी को फायदा पहुंचाया था.
लालू ने जिन्हें लाभ पहुंचाया, उसमें रांची का बीएनआर होटल भी शामिल है, जिसके ऐतिहासिक ढांचे को गिराकर आधुनिक होटल में तब्दील कर दिया गया है. पुरी में बीएनआर होटल बहुत बड़े इलाके में फैला हुआ है. इस होटल का निर्माण अंग्रेजों के शासनकाल में किया गया था. तब इस होटल के कमरे में अंग्रेज भी रहा करते थे. इस होटल में विनय कोचर और विजय कोचर निदेशक हैं, जिनके साथ लालू का कनेक्शन सामने आया है.
सीबीआई के मुताबिक रांची और पुरी में रेल मंत्रालय द्वारा होटल निर्माण के टेंडर आवंटन मामले में गड़बड़ी करने का आरोप है. ये टेंडर निजी सुजाता होटल्स को दिये गये थे. बीएनआर होटल रेलवे के हेरिटेज होटल हैं, जिन्हें आईआरसीटीसी ने अपने कब्जे में लिया है. मामले में सीबीआइ ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी यादव, बेटे समेत कई अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है. लालू, राबड़ी, तेजस्वी, सरला गुप्ता नामजद आरोपी हैं.सरला गुप्ता लालू के करीबी राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी हैं. लालू परिवार के अलावा जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, वह भी लालू परिवार के बेहद करीबी माने जाते हैं.
यह भी पढ़ें-
रेलवे टेंडर घोटाला मामला : CBI के सामने पेश होने के लिए एजेंसी के मुख्यालय पहुंचे लालू यादव