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बिहार : राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव की तीन बेनामी संपत्तियां हुईं जब्त

आयकर विभाग ने जारी किया अंतरिम आदेश पटना : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. बेनामी या अवैध संपत्ति मामले में आयकर विभाग लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. शुक्रवार की देर शाम आयकर विभाग ने दूसरी बार उनके परिवार की संपत्ति को जब्त करने का अंतरिम आदेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2017 8:16 AM
आयकर विभाग ने जारी किया अंतरिम आदेश
पटना : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. बेनामी या अवैध संपत्ति मामले में आयकर विभाग लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. शुक्रवार की देर शाम आयकर विभाग ने दूसरी बार उनके परिवार की संपत्ति को जब्त करने का अंतरिम आदेश जारी कर दिया है.
आयकर विभाग की विशेष टीम इस मामले की जांच कर रही है. इसी क्रम में यह कार्रवाई की गयी है. पटना में राबड़ी देवी के साथ-साथ इस बार उनकी बेटी हेमा यादव की भी संपत्ति जब्त की गयी है. यह पहली बार है, जब बड़ी बेटी मीसा भारती के बाद दूसरी नंबर की बेटी हेमा यादव के नाम भी मौजूद संपत्ति को जब्त किया गया है.
हालांकि, मीसा भारती के मामले की जांच इडी अपने स्तर से कर रही है. उनकी संपत्ति भी इडी के स्तर से ही जब्त की गयी है. आयकर विभाग की यह कार्रवाई इससे एकदम अलग है और पूरी तरह से अवैध संपत्ति या बेनामी संपत्ति पर आधारित है.
दानापुर व फुलवारीशरीफ में हैं ये तीनों प्लांट : प्राप्त सूचना के अनुसार, पटना जिले में इनकी जो तीन संपत्ति फिलहाल जब्त की गयी है. उनमें दो दानापुर के धनौत इलाके और एक फुलवारीशरीफ के महुआबाग में है. धनौत में पौने सात डिसमिल के दो प्लॉट हैं, जो हेमा यादव के नाम पर हैं, जबकि फुलवारीशरीफ के महुआबाग में एक प्लॉट है, जो राबड़ी देवी के नाम पर है. यह प्लॉट करीब आठ डिसमिल का है
इन तीनों प्लॉटों को फिलहाल आयकर ने अंतरिम रूप से जब्त किया है. इससे पहले आयकर विभाग लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के नाम से मौजूद करीब 10-12 प्लॉट को अंतरिम रूपसे जब्त कर चुका है. इनमें सगुना मोड़ स्थित वह प्लॉट भी शामिल हैं, जिस पर राज्य के सबसे बड़ा मॉल बनाया जा रहा था.
गिफ्ट के तौर पर दिखाये गये हैं दोनों प्लॉट
‌विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, महुआबाग और धनौत के सभी तीनों प्लॉटों को सात-आठ साल पहले दिव्यानंद चौधरी और ललन चौधरी से दान में लिया था. तीनों प्लॉटों की रजिस्ट्री राबड़ी देवी और हेमा यादव के नाम पर कर दी गयी है. दिव्यानंद चौधरी वर्तमान में रेलवे में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी हैं, जबकि ललन चौधरी विधान परिषद में निम्नवर्गीय क्लर्क हैं.
उन्होंने लालू परिवार को दान में किस वजह से ये प्लॉट दिये हैं, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं हो पायी है. हालांकि, इसमें पोस्टिंग से जुड़ी बात से इनकार नहीं किया जा सकता है. वर्तमान में इन प्लॉटों की कीमत करोड़ों में है.

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