नयी पार्टी बनायेंगे मुकेश सहनी, लोकसभा के 7 सीटों पर उतारेंगे उम्मीदवार
पटना : निषाद समाज के विकास के लिए आगे आये सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी जल्द ही अपनी नयी पार्टी का एलान करने वाले हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुकेश सहनी आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार के उन सात लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का मन बना रहे हैं, जहां निषाद […]
पटना : निषाद समाज के विकास के लिए आगे आये सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी जल्द ही अपनी नयी पार्टी का एलान करने वाले हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुकेश सहनी आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार के उन सात लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का मन बना रहे हैं, जहां निषाद समाज और उनकी उपजातियों की बहुलता होगी. इसके लिए वे राज्यभर में बड़े पैमाने पर सर्वे करवा रहे हैं. बताया जाता है कि सर्वे का काम अब अंतिम समय में है, इसके बाद मुकेश सहनी अपनी नयी पार्टी का ऐलान कर सकते हैं.
हालांकि, जब इस बारे में मुकेश सहनी से पूछा गया तो उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि निषाद समाज के हित में वे जल्द ही कोई बड़ा निर्णय लेंगे. उन्होंने बताया कि वे 11 अक्टूबर से बिहार परिभ्रमण यात्रा पर निकल रहे हैं. जिसकी शुरुआत मुजफ्फरपुर जिले से होगी. इस दौरान वे निषाद समाज व उनकी उपजातियां बहुल इलाकों में जाकर लोगों से रायशुमारी करेंगे और इसके बाद आगे की रणनीति पर विचार करेंगे.
साथ ही इस यात्रा में वे समाज के लोगों के बीच अपने हक के लिए लड़ने और एकजुटता के लिए जनजागृति का भी कार्य करेंगे. उनके बीच निषाद समाज के विकास के लिए जरूरी मांगों से भी अवगत करायेंगे, ताकि निषाद समाज की लड़ाई को तेज किया जा सके. ध्यान रहे कि बिहार में निषाद समाज की भागीदारी 14 फीसदी है. वहीं, मुकेश सहनी ने दूसरे दलों के साथ राजनीतिक समर्थन की ओर भी इशारा किया, मगर इसके लिए उनके अपने शर्त होंगे.
मालूम हो कि सन ऑफ मल्लाह के नाम से जाने जाने वाले मुकेश सहनी ने बिहार विधान सभा 2015 के चुनाव के दौरान निषाद विकास संघ के नाम से एक फोरम बनाया था, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष वे खुद थे. तब उन्होंने एनडीए को समर्थन दिया था, लेकिन बाद में उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के बाद एनडीए से भी दूरी बना ली. वैसे निषाद विकास संघ की स्थापना निषाद समाज को राजनीति में उचित सम्मान दिलाने, समाज के पिछड़े लोगों को मुख्य धारा में जोड़ने, समाज के प्रतिनिधित्व क्षमता को बढ़ाने और समाज के लोगों के उनका हक को दिलाने के मकसद से किया गया था. इसके अलावा केंद्र व राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के प्रति भी समाज के लोगों को जागरूक करना एक अहम मकसद था. निषाद विकास संघ आज भी इन मुद्दों पर न सिर्फ बिहार, बल्कि उत्तर प्रदेश में भी काम कर रहा है.
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