बिहार : बेनामी संपत्ति मामला : लालू-राबड़ी ने गरीब को बलि का बकरा बनाया : मोदी
पटना : उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि लालू प्रसाद ने रेलमंत्री रहते और राबड़ी देवी ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल की काली कमाई से अर्जित बेनामी संपत्ति को हथियाने के लिए गरीब चपरासी ललन चौधरी और रेलवे के खलासी हृदयानंद चौधरी को बलि का बकरा बनाया. आयकर ने उन बेनामी सम्पतियों को अटैच […]
पटना : उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि लालू प्रसाद ने रेलमंत्री रहते और राबड़ी देवी ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल की काली कमाई से अर्जित बेनामी संपत्ति को हथियाने के लिए गरीब चपरासी ललन चौधरी और रेलवे के खलासी हृदयानंद चौधरी को बलि का बकरा बनाया.
आयकर ने उन बेनामी सम्पतियों को अटैच कर कार्रवाई शुरू कर दी है. पटना शहर की कीमती जमीन को ललन चौधरी और हृदयानंद चौधरी ने राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव को 2014 में गिफ्ट किया था. श्री मोदी ने सवालिया लहजे में कहा है कि क्या यह सच नहीं है कि इन दोनों के नाम से बेनामी संपति खरीदी गयी और बाद में राबड़ी देवी और हेमा यादव को दान करा कर उसे कब्जे में ले लिया गया.
क्या बेनामी सम्पति गिफ्ट के जरिए वापस लेने के लिए ही ललन चौधरी को राबड़ी देवी के मुख्यमंत्रित्व काल में विधान परिषद में चपरासी तथा लालू प्रसाद के रेलमंत्री रहने के दौरान हृदयानंद चौधरी को रेलवे में खलासी की नौकरी दी गयी. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बताएं कि क्या बेनामी संपत्ति को अपने कब्जा में लेने के लिए ही इन दोनों का इस्तेमाल नहीं किया गया.
इधर, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आयकर द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा की संपत्ति कुर्क किये जाने को जायज ठहराया है. उन्होंने कहा कि नौकर की जमीन लिखा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद अपने को गरीबों का मसीहा मानते हैं.