BIHAR : बिजली उपभोक्ता पढ़ें, प्रभात खबर आकर ऊर्जा/मद्य निषेध मंत्री विजेंद्र यादव ने क्या किया घोषणा
ऊर्जा व मद्य निषेध मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने प्रभात खबर, पटना कार्यालय आकर घोषणा की-राज्य के सभी बिजली उपभोक्ताओं को प्रीपेड मीटर लेना होगा. सरकार दीवाली के बाद कनेक्शन और करेक्शन अभियान भी लांच कर रही है. हमारे संवाददाता निर्भय ने उनसे बातचीत की. प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश. राज्य के सभी बिजली […]
ऊर्जा व मद्य निषेध मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने प्रभात खबर, पटना कार्यालय आकर घोषणा की-राज्य के सभी बिजली उपभोक्ताओं को प्रीपेड मीटर लेना होगा.
सरकार दीवाली के बाद कनेक्शन और करेक्शन अभियान भी लांच कर रही है. हमारे संवाददाता निर्भय ने उनसे बातचीत की. प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश.
राज्य के सभी बिजली उपभोक्ताओं को प्रीपेड मीटर अनिवार्य रूप से लेना होगा. उपभोक्ताओं को पहले इसे रिचार्ज करना होगा. वे जितनी बिजली की खपत करेंगे, उतनी राशि उससे कटेगी. पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रीपेड मीटर देने की शुरुआत किसानों से की जा रही है. इसके बार इसे शहर से गांव तक के अन्य उपभोक्ताओं के लिए लागू किया जायेगा.
प्रभात खबर से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि प्रीपेड मीटर को पहले महीने 500 रुपये से रिचार्ज कराना होगा. इसके बाद अगली बार 600 रुपये से रिचार्ज कराना होगा, जिसमें 500 रुपये मीटर के लिए कट जायेंगे. जिस प्रकार प्रीपेड मोबाइल में पैसे कटते हैं, उसी प्रकार प्रीपेड मीटर से जितनी बिजली की खपत करेंगे, उतनी राशि कटेगी.
इससे जहां बिजली का दुरुपयोग रुकेगा, वहीं बिजली बचाने के लिए लोगों की जिम्मेदारी बढ़ेगी और सभी को निर्बाध बिजली मिल सकेगी. राज्य सरकार यह कदम कर्मचारियों की कमी के कारण नियमित बिजली बिल नहीं दे पाने, उपभोक्ताओं द्वारा बिजली बिल का भुगतान नहीं किये जाने की समस्या को लेकर उठा रही है. ऊर्जा मंत्री ने बताया कि 2015 में विधानसभा चुनाव सात निश्चय को आधार पर लड़ा गया.महागठबंधन की सरकार बनी. राजनीतिक घटनाक्रम में सरकार से राजद और कांग्रेस बाहर हुए और फिर एनडीए की सरकार बनी.
बावजूद इसके सरकार सात निश्चय पर कायम है. इसमें हर घर बिजली देने की योजना है. 15-20% घरों में बिजली नहीं पहुंच पायी है, जिनमें मार्च, 2018 तक पहुंचा दिया जायेगा. केंद्र सरकार ने भी बिहार के तर्ज पर प्रधानमंत्री सहज हर घर बिजली योजना की शुरुआत की है. बिहार से 6000 मेगावाट बिजली देने की क्षमता
उन्होंने कहा कि 2005 में बिहार में 600-700 मेगावाट बिजली की खपत होती थी, लेकिन पिछले दिनों 4525 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की गयी. हर घर और हर किसान को खेती के लिए बिजली देने के बाद बिहार को आठ से 10 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ेगी.
मुजफ्फरपुर के कांटी में 110 मेगावाट के दो यूनिट व 195 मेगावाट के दो यूनिट, बरौनी में 110 मेगावाट के दो यूनिट व 250 मेगावाट का एक यूनिट, नवीनगर में 660 मेगावाट के तीन यूनिट पर काम चल रहा है.
कजरा-पीरपैंती में सोलर पावर प्रोजेक्ट लगेगा. बिहार से 6000 मेगावाट बिजली देने की क्षमता है, जिससे उपभोक्ताओं को लगातार बिजली मिल सकेगी.
दीपावली के बाद कनेक्शन-करेक्शन का अभियान
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि राज्य की हर पंचायत में दीपावली के बाद कनेक्शन-करेक्शन अभियान की शुरुआत होगी. इसमें हर घर में बिजली का कनेक्शन तो दिया ही जायेगा और उनके मीटर की समस्या को ऑन स्पॉट दूर किया जायेगा. इससे रेवेन्यू का ग्राफ भी बढ़ेगा. लोगों को अलग से बिल देने का झंझट नहीं होगा. मोबाइल पर ही उपभोक्ता के खाते में बिल आ जायेगी.
एग्रीकल्चर फीडर के लिए बनेगा सब स्टेशन, सीएम करेंगे उद्घाटन
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि एग्रीकल्चर फीडर के लिए 250-300 सब स्टेशन बनेगा. इसके लिए वर्ल्ड बैंक से कर्ज लिया गया है और पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया गया है.
नवंबर में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पायलट प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद इसे सभी जिलों में लागू किया जायेगा. राज्य सरकार तीन साल के लिए इस योजना को बना रही है, लेकिन इसे अगले एक साल में ही पूरा कर लिया जायेगा.