संविधान से मिली ताकत का सदुपयोग जरूरी : बालाकृष्णन

पटना : आज सभी राजनीतिक दल दलितों की ताकत को पहचान गये हैं, लेकिन दलित वर्ग हजारों वर्गों व जातियों में विभाजित है. भीमराव अम्बेदकर ने संविधान के माध्यम से जो दलितों को ताकत दिया है, उसे सद्उपयोग करने की जरूरत है. ये बातें रविवार को एएन सिन्हा संस्स्थान में आयोजित वंचित वर्ग मोर्चा के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2017 9:45 AM
पटना : आज सभी राजनीतिक दल दलितों की ताकत को पहचान गये हैं, लेकिन दलित वर्ग हजारों वर्गों व जातियों में विभाजित है. भीमराव अम्बेदकर ने संविधान के माध्यम से जो दलितों को ताकत दिया है, उसे सद्उपयोग करने की जरूरत है.
ये बातें रविवार को एएन सिन्हा संस्स्थान में आयोजित वंचित वर्ग मोर्चा के संगोष्ठी कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन ने ये बातें कहीं. उन्होंने संगोष्ठी कार्यक्रम का उद्घाटन भी किया. वहीं पत्रकार उर्मिलेश ने कहा कि 25 फीसदी आबादी का समूचित प्रतिनिधित्व न्यायपालिका व मीडिया में नहीं होने के कारण खामियाजा देश को भुगतना पड़ रहा है. समारोह की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि वंचित समाज से सामने साजिशन खत्म
किये जा रहे आरक्षण को बचाने की चुनौती है. आरक्षण क्यों जरूरी विषय पर मीना आमखरे ने भी अपनी बात रखी. कार्यक्रम में दर्जनों लोग मौजूद थे.

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