पटना : मरीज की मौत के बाद हंगामा, तोड़-फोड़
पटना : श्रीकृष्णापुरी थाने के बोरिंग केनाल रोड में स्थित उदयन अस्पताल में मरीज गौरीशंकर प्रसाद (63 वर्ष) की इलाज के दौरान शनिवार की शाम मौत होने के बाद परिजनों व लोगों ने जमकर हंगामा किया और अस्पताल में तोड़-फोड़ की. इस दौरान गुस्सायी भीड़ ने इमरजेंसी के साथ ही गेट में लगे शीशा को […]
पटना : श्रीकृष्णापुरी थाने के बोरिंग केनाल रोड में स्थित उदयन अस्पताल में मरीज गौरीशंकर प्रसाद (63 वर्ष) की इलाज के दौरान शनिवार की शाम मौत होने के बाद परिजनों व लोगों ने जमकर हंगामा किया और अस्पताल में तोड़-फोड़ की. इस दौरान गुस्सायी भीड़ ने इमरजेंसी के साथ ही गेट में लगे शीशा को फोड़ दिया और वहां के कर्मचारियों से मारपीट पर उतारू हो गये. इसके बाद सड़क भी जाम करने का प्रयास किया.
उदयन अस्पताल का मामला, पुलिस ने कराया शांत
हालांकि घटना की जानकारी मिलने पर श्रीकृष्णापुरी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार , बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष मनोज मोहन, शास्त्रीनगर थानाध्यक्ष निहार भूषण व सचिवालय थानाध्यक्ष आर के भास्कर दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गये और तुरंत ही मामले को शांत करा दिया.
गौरीशंकर प्रसाद दूजरा के रहने वाले थे और ललित मिश्रा यूनिवर्सिटी से दो साल तीन साल पूर्व रिटायर्ड हुए थे. गौरीशंकर प्रसाद की बेटी रिंकी ने बताया कि उनके पिता को शुक्रवार की शाम से यूरिन की समस्या हो गयी थी और पेट फूल रहा था.
इसके बाद उन्हें इलाज के लिए उद्ययन अस्पताल में 12 बजे दिन में भर्ती कराया गया. इसके बाद उनका सिटी स्कैन तो एक्सरे कराया गया. जिसकी उन्हें जरूरत नहीं थी. इसके बाद पिताजी से कभी भी मिलने नहीं दिया और आइसीयू में भर्ती कर दिया गया. इसके बाद शाम पांच बजे बताया गया कि उनकी मौत हो गयी. पिताजी को कैंसर था और कुछ दिन पहले ही मुंबई से पटना आये थे. अस्पताल द्वारा इलाज में लापरवाही की गयी है.
उदयन का पक्ष : उदयन हास्पीटल के एडमिनिस्ट्रेशन हेड नीरज कुमार का कहना है कि मरीज का कैंसर अंतिम स्टेज में था, हमलोगों ने कई बार किमोथेरेपी भी थी लेकिन बुरी स्थिति के कारण बचाया नहीं जा सका. परिजनों को सूचना दे दी थी.