पटना : पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को मिली भारी जीत और भाजपा को मिली करारी हार पर बॉलीवुड अभिनेता औरसांसदशत्रुघ्न सिन्हा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस को बधाई देते हुए लिखा है, जैसी उम्मीद थी, गुरदासरपुर उपचुनाव में करीब दो लाख वोटों के अंतर से अपमानजनक हार मिली.
शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे लिखा कि इस हार की उम्मीद पहले से ही थी क्योंकि प्रसिद्ध, लोकप्रिय और महान स्वर्गीय विनोद खन्ना के किसी नजदीकी शख्स को टिकट नहीं दिया गया था. मालूम हो कि गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सुनील जाखड़ नेभाजपा प्रत्याशी स्वर्ण सिंह सलारिया को करीबदो लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया है.
As expected, we suffered a humiliating defeat in the Gurdaspur bye-election by a massive margin of almost 2 lakh votes. They say that…1>2
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) October 16, 2017
..this defeat was expected because of ticket not being given to people connected with the very popular& loved, late&great Vinod Khanna.. 2>3
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) October 16, 2017
भाजपा को आइना देखने की जरूरत बताते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि उसे दीवार पर लिखी साफ इबारत को पढ़ने की कोशिश करनी चाहिए नहीं तो जनता के मूड का आकलन करने में नाकामयाबी की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है. सिन्हा ने अपनी भड़ास ट्वीट के जरिए निकालतेहुए एक के बाद एक कई ट्वीट किया है. जिसमेंमाध्यम से उन्होंने अपनी ही पार्टी को आईना दिखाने का प्रयास किया है.
I have all the love & admiration for our party & people & my observation & feedback is for internal party consumption & introspection….3>4
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) October 16, 2017
We have to accept our defeats in all humility as also the grand victory of Sunil Jakhar, worthy son of a worthy father…4>5
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) October 16, 2017
मालूम हो कि शत्रुघ्न सिन्हा इससे पहले भी अपने बयानों के कारण चर्चित रहे हैं और कई बार पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा कर चुके हैं. इससे पहले हाल ही में पटना यूनिवर्सिटी केसौ साल पूरे होने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया, लेकिन खुद कार्यक्रम में नहीं पहुंचे क्योंकि उनके अनुसार उन्हें शनिवार के कार्यक्रम के लिए शुक्रवार की सुबहदस बजे न्योता मिला था. पूर्व में उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा द्वारा मोदी की आर्थिक नीतियों की आलोचना किए जाने का भी समर्थन किया है. इन वजहों से पार्टी के वरिष्ठ नेता उनसे नाराज बताए जाते हैं.