पटना : बिहार में सत्ताधारी जदयू ने पार्टी के नाराज नेता शरद यादव के धड़े के आगामी 11 मार्च को पार्टी पदाधिकारियों के चुनाव की घोषणा और छोटू भाई वासव को कार्यकारी अध्यक्ष एवं अली अनवर को उपाध्यक्ष समेत कुछ अंतरिम पदाधिकारियों की नियुक्तियों को आज मजाक बताया है.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ आज यहां संवाददाताओं ने राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने बताया कि शरद जी के स्वेच्छा से दल त्याग कर जाने से उनकी जदयू से राज्यसभा सदस्यता समाप्त करने के उनके आवेदन पर राज्यसभा सचिवालय ने उनसे विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी. होटल के बदले भूखंड मामले में सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने पर जदयू द्वारा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से जनता के बीच जाकर स्पष्टीकरण दिए जाने की मांग को प्रदेश की पिछली महागठबंधन सरकार में शामिल राजद द्वारा ठुकरा दिए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल राजद और कांग्रेस के साथ नाता तोड़कर भाजपा के साथ प्रदेश में राजग की नयी सरकार बनाने पर शरद धड़े के नेताओं ने बागी रख अपना लिया था.
वशिष्ठनारायण सिंह ने शरद यादव धड़े द्वारा आगामी 11 मार्च को पार्टी पदाधिकारियों के चुनाव की घोषणा और छोटू भाई वासव को कार्यकारी अध्यक्ष एवं अली अनवर को उपाध्यक्ष समेत कुछ अंतरिम पदाधिकारियों की कल सूची जारी किये जाने को आज हास्यास्पद और एक मजाक बताते हुए कहा कि इसके अलावा और कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह बार-बार प्रदर्शित कर दिया गया है कि पार्टी कैडर और सभी विधायक जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ हैं. वे केवल लोगों के मन में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
गौर हो कि शरदयादव ने कल नयी दिल्ली में राज्यों में पार्टी की इकाइयों के अध्यक्षों की भी एक सूची जारी की थी. पूर्व मंत्री रमई राम की अगुवाई में बिहार के लिए भी तदर्थ समिति के सदस्यों की घोषणा की थी.