नीतीश ने छठ पर्व को लेकर अधिकारियों को दिये 10 बड़े टास्क, घाटों पर यह होगी व्यवस्था, जानें
पटना : बिहार में लोकआस्था के महापर्व छठ को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही है. पूर्व में हुए हादसों और छठ व्रतियों को कोई कठिनाई न हो इसके लिए सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. छठ से पहले दूसरी बार उन्होंने रविवार को गंगा घाटों का निरीक्षण किया. […]
पटना : बिहार में लोकआस्था के महापर्व छठ को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही है. पूर्व में हुए हादसों और छठ व्रतियों को कोई कठिनाई न हो इसके लिए सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. छठ से पहले दूसरी बार उन्होंने रविवार को गंगा घाटों का निरीक्षण किया. सबसे बड़ी बात यह रही कि मुख्यमंत्री ने लगातार अधिकारियों को दिशा-निर्देश देने के साथ उन्हें समय रहते कंपलीट करने का भी निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने प्रशासन के अधिकारियों को जो टास्क दिये, वह इस प्रकार है.
-मुख्यमंत्री ने दानापुर के नासरीगंज से पटना सिटी के कंगन घाट तक स्टीमर के जरिये से गंगा घाटों का निरीक्षण के दौरान नीतीश ने पदाधिकारियों को घाटों की सफाई, सुरक्षा एवं स्वच्छता के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
-मुख्यमंत्री ने नासरीगंज से कंगन घाट के बीच स्थित सभी छठ घाटों का करीब तीन घंटे तक अवलोकन किया और लगातार अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहे ताकि छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो.
-मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन घाटों पर सीढ़ी नहीं है वहां अच्छे से ढलाव बनाया जाये ताकि छठ व्रतियों को घाटों तक पहुंचने में कोई कठिनाई न हो.
-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैसे कई घाटों के बारे में निर्देश दिया जिसे सही तरीके से पहुंचने लायक बनाया जा सके. उन घाटों के नाम भी उन्होंने लिखवाया.
-मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को साफ कहा कि घाटों तक पहुंचने के मार्ग को दुरुस्त किया जाये, इसमें किसी तरह की कोई कोताहीबर्दाश्त नहीं की जायेगी.
-मुख्यमंत्री ने प्रकाश व्यवस्था और महिलाओं को अर्ध्य देने के दौरान कपड़े बदलने की व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिये.
– इस साल छठ घाटों पर डाक्टरों की 120 टीमें तैनात रहेंगी और उनकी सहायता के लिए 211 पैरा मेडिकल स्टाफ और 33 एंबुलेंस को लगाया जायेगा.
– पर्व के दौरान किसी तरह की अफवाह न फैले, इसलिए सही जानकारी के लिए सूचना तंत्र को हाइटेक करते हुए मोबाइल ऐप जारी किये गये हैं.
-जीपीआरएस नेविगेशन सिस्टम से भी जानकारी प्राप्त की जा सकेगी. पूजन-सामग्री से कचरा न फैले, इसके लिए स्थान तय किये गये हैं. दमकलों को हर वक्त तैयार रहने को कहा गया है.
-श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शहर के 23 तालाबों को अर्घ्यदान के लिए उपयुक्त बनाया जा रहा है. अर्घ्यदान के दौरान होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए वाटर एम्बुलेंस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैयार रहेंगी। 200 नावें रिवर पेट्रोलिंग में लगायी जा रही हैं.
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