लाभुक के खाते से चंद मिनटों में गायब हो जा रही योजना की रकम

मसौढ़ी : शौचालय निर्माण में सरकार के मार्गदर्शिका में स्पष्ट उल्लेख है कि शौचालय का निर्माण लाभुक खुद के खर्च पर करेगा. इसके बाद शौचालय निर्माण में आये खर्च का 12 हजार रुपये लाभुक के बैंक खाते में भुगतान किया जाता है. लेकिन पुनपुन में प्रखंड व बैंक की मिली भगत से पहले शौचालय का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2017 9:30 AM
मसौढ़ी : शौचालय निर्माण में सरकार के मार्गदर्शिका में स्पष्ट उल्लेख है कि शौचालय का निर्माण लाभुक खुद के खर्च पर करेगा. इसके बाद शौचालय निर्माण में आये खर्च का 12 हजार रुपये लाभुक के बैंक खाते में भुगतान किया जाता है. लेकिन पुनपुन में प्रखंड व बैंक की मिली भगत से पहले शौचालय का निर्माण किसी खास व्यक्ति के द्वारा पूरे पंचायत व वार्ड में कराया गया. इसके बाद भुगतान लेने की नीयत से आनन-फानन में ओडीएफ भी कर दिया गया, ताकि राशि की निकासी का मार्ग प्रशस्त हो जाये.

चौंकाने वाली बात यह है कि सैकड़ों लाभुकों के खाते में प्रखंड कार्यालय से 12 हजार रुपये के हिसाब से डाला तो अवश्य गया, लेकिन उसके खाते से मिनटों में पैसा दूसरे के खाते में स्थानांतरित हो गया. यह पैसा बिहारशरीफ के चंदन कुमार समेत तीन लोगों के आइडीबीआइ बैंक खाते में हस्तांतरित हुआ है. इसका खुलासा सोमवार को पुनपुन प्रखंड कार्यालय परिसर में संदिग्ध अवस्था में घूमते हुये पकड़े गये बिहारशरीफ के चंदन कुमार ने किया. जब इस संबंध में कुछ ग्रामीणों से भी बात की गयी तो उन्होंने इसे स्वीकार किया. पकड़े गये युवक को कुछ लोग थाना ले जा रहे थे, लेकिन इसी बीच पुनपुन बीडीओ वहां पहुंच मामला शांत करा दिया.

बराह व पुनपुन पंचायत में कराया निर्माण : लोगों के गिरफ्त में आये चंदन कुमार ने बताया कि हमें प्रखंड का बीडीओ व अलका मैडम के द्वारा बुलाया गया और कहा गया कि यहां शौचालय लाभुक बनाने में असमर्थ है. लिहाजा बना दें और ओडीएफ करने के बाद भुगतान कर दिया जायेगा. हमने हामी भर दी और पुनपुन प्रखंड के बराह पंचायत जो पूर्व में ही ओडीएफ हो चुका है. वहां करीब 50 व पुनपुन पंचायत में भी 60 के आसपास शौचालय का निर्माण कराये है. इसके अलावे प्रखंड में और भी शौचालय का निर्माण मेरे द्वारा कराया गया है. चंदन ने बताया कि इन सभी का भुगतान भी ले लिया गया है.
लाभुक से पहले ही ले लेता है शपथपत्र : जब उनसे पूछा गया कि शौचालय का पैसा तो लाभुक के खाते में जाता है और एक मुश्त कैसे आप पैसा ले लेते है. चंदन द्वारा इस पर दिया गया बयान ही अपने आप में गड़बड़ी की ओर इशारा कर रहा है. चंदन ने बताया कि शौचालय निर्माण के पूर्व ही लाभुक से एक शपथ पत्र ले लेते थे, जिसमें लाभुक अपने बैंक खाते से सभी जानकारियों का उल्लेख करते हुए लिख कर देता था कि हमने चंदन से शौचालय निर्माण में छड़, ईंट, बालू, पाइप, सीमेंट व राजमिस्त्री की सेवा लिया है.

इस वजह से बारह हजार रुपये अंतरण करने का एकरारनामा पूर्व में किया हूं. बस इसी आधार पर एक मुश्त सारे लाभुकों के पैसे चंदन समेत तीन अन्य उनके साथी के बिहारशरीफ स्थित आइडीबीआइ बैंक खाते में पैसा चला जाता था.
ओडीएफ का सच : पुनपुन में शौचालय निर्माण में अनियमितता का मामला उजागर
क्या है कहना बीडीओ का : इस संबंध में बीडीओ अजीत कुमार का कहना है कि बहुत से ऐसे लाभुक है जो शौचालय बनाने में असमर्थ है. केवल उनकी सहमति से ही कर्ज के रूप में पैसे उक्त व्यक्ति से दिला शौचालय का निर्माण कराया गया है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया जाये तो एक भी शौचालय का निर्माण कराना संभव नहीं है. इसमें न तो कोई बिचौलिया है और न ही किसी प्रकार की वित्तीय अनियमितता की गयी है .
बैंक प्रबंधक बोले : पंजाब नेशनल बैंक शाखा पुनपुन के वरीय प्रबंधक राजकुमार का कहना था कि पूर्व में अनुमंडल में एसडीओ के यहां सभी बैंक प्रबंधकों की बैठक हुई थी. इसमें मौखिक रूप से कहा गया था कि लाभुक शौचालय का निर्माण नही करा पाते है. एक मुश्त इतने लाभुकों के खाते से कुछ चिह्नित व्यक्ति के खाते में मिनटों में पैसा अंतरण होने के सवाल पर उनका कहना था कि लाभुक का शपथ पत्र के आधार पर ही किया गया है.
क्या है कहना एसडीओ का : एसडीओ संजय कुमार ने बताया कि मेरे द्वारा हाल फिलहाल में ही योगदान दिया गया है. इस मामले में बेहतर बीडीओ ही बता सकते है. मेरी जानकारी में पूरा मामला नहीं है.

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