लालू पर जदयू ने किया अबतक का सबसे बड़ा हमला, बताया इस विषय का प्राचार्य, राजनीति तेज

पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया और राजद सुप्रीमो लालू यादव पर जदयू ने बड़ा हमला बोला है. जदयू प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार ने एक कदम आगे बढ़कर लालू को सामाजिक उन्माद का कुलपति बताते हुए, अर्थनीति समझने पर तंज कसा है. नीरज कुमार ने कहा है कि सर्वप्रथम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2017 10:35 AM

पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया और राजद सुप्रीमो लालू यादव पर जदयू ने बड़ा हमला बोला है. जदयू प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार ने एक कदम आगे बढ़कर लालू को सामाजिक उन्माद का कुलपति बताते हुए, अर्थनीति समझने पर तंज कसा है. नीरज कुमार ने कहा है कि सर्वप्रथम लालू प्रसाद जी को बधाई. अब तक तो आप सामाजिक उन्माद के प्राचार्य थे, कुलपति थे. अब अर्थनीति भी आपको समझ में आने लगा है. और उस दौर में समझ में आने लगा है जब दलितों और वंचितों का नारा लगाकरआपने 10,000 करोड़ की नामी-बेनामी संपत्ति का आपने सृजन किया है.

नीरज कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लिखा है कि नोटबंदी के फैसले से आम लोगों में जो चुनौतियां आयी, चुनौतियां एक तरफ है लेकिन आत्म संतोष का भाव उभरा है और आप के सगे-संबंधी जो उत्तरप्रदेश में चुनाव लड़े, नोटबंदी का विरोध कियेऔर देख लीजिए नतीजा सामने है. नीरज कुमार ने कहा कि इसलिए हमारा सलाह है की आदरणीय लालूयादवजी अपनी पार्टी को अगर आप ऐसे सवाल पर कार्यक्रम कर रहे हैं, तो विभिन्न जिलों के अंदर आपकी जो नामी-बेनामी संपत्ति अगर है तो उसको भी सार्वजनिक कर दीजियेगा, दाखिल खारिज, जमाबंदी के साथ. जिससे लोगों को यह लगे की अर्थनीति पर लालूजी जब बोलते हैं और उनकी पार्टी जब बोलती है तो कम से कम व्यक्तिगत जीवन में जरूर पालन करें.

लालू यादव ने घोषणा की है कि वह नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर लोगों के बीच जायेंगे और रैली करेंगे. नीरज ने उसके जवाब में कहा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय को सुनवाई करने का अधिकार है और उसमें हमारी पूरी आस्था है, लेकिन इस पूरे मामले का राजनीतिकरण किया गया. सच यह है की जिन दिलीप सिंह को पुलिस ने अनुसंधान में आरोपित माना उनको 10 वर्षो तक लालू जी ने महिमा मंडित करके राज्य में मंत्री पद दिया. अब मामला माननीय सर्वोच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार में है. माननीय नीतीश कुमार जी का जीवन पारदर्शी है, तथ्यों को छिपाना नहीं बल्कि तथ्यों को प्रतिवेदित करना इनकी कार्यशैली रही है. नीरज कुमार ने कहा है कि मामला अभी न्यायालय के क्षेत्राधिकार में है इसलिए मेरी कोई टिप्पणी नहीं है. मेरी आस्था न्यायालय में है, लेकिन इसकोराजनीतिकरंग दिये जाने पर सवाल जरूर पेश करता हूं. नीरज ने लालू से पूछा है कि आदरणीय लालुप्रसाद जी आप बताइए कि उस हत्याकांड के आरोपित दिलीप सिंह को १० वर्षों तक मंत्री किसने बनाया ?
अगर मंत्री बनाया तो इसके लिए जनता से माफी मांगिये ?

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