नयी दिल्ली : जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव और अली अनवर ने अयोग्य करार दिये जाने के मामले में राज्यसभा अध्यक्ष एम वेंकैया नायडू के सामने आठ नवंबर से पहले पेश होने के लिए कहा है. मालूम हो कि शरद यादव को 30 अक्तूबर को व्यक्तिगत तौर पर सुनवाई के लिए बुलाया गया है.
मालूम हो कि शरद यादव की अयोग्यता प्रक्रिया को राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू द्वारा तेजी से चलाने का विपक्षी दलों ने विरोध किया है. विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के संसद भवन स्थित कार्यालय में सोमवार को छह दलों के नेताओं ने मिल कर शरद यादव और अली अनवर की ओर से लड़ाई शुरू करने का फैसला किया है. इस बैठक में शरद यादव भी शामिल थे. हाल ही में, अयोग्यता मामले को विशेषाधिकार समिति को भेजे जाने के बजाय नायडू ने संसदीय परंपरा से हट कर खुद ही मामले की सुनवाई करने का फैसला किया है.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सातों मामलों में विशेषाधिकार समितियों ने कुछ खास नहीं किया है.
राज्यसभा में नौ ऐसे मामले हैं, जिनमें पार्टियां अपने सदस्यों के खिलाफ अयोग्य करार देने की याचिकाएं दाखिल की हैं. इनमें से सात मामलों को विशेषाधिकार समिति को भेजा गया था. जबकि, दो सदस्यों ने विशेषाधिकार समिति तक पहुंचने के पूर्व ही अपना इस्तीफा सौंप दिया था. इससे पहले राज्यसभा अध्यक्ष ने शरद यादव को 30 अक्तूबर को व्यक्तिगत तौर पर सुनवाई के लिए बुलाया. इसके बाद शरद यादव और अली अनवर ने राज्यसभा अध्यक्ष के समक्ष आठ नवंबर से पहले पेश होने के लिए कहा है.