बिहार और झारखंड की 60% महिलाओं में है खून की कमी

खुलासा : राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 की रिपोर्ट राजेश कुमार सिंह पटना : स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में जुटी बिहार और झारखंड सरकार को थोड़ा और सक्रिय होना पड़ेगा. वजह यह है कि इन दोनों राज्यों की 60 प्रतिशत से अधिक महिलाएं खून की कमी से जूझ रही हैं. यह समस्या सिर्फ महिलाओं तक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2017 8:03 AM
खुलासा : राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 की रिपोर्ट
राजेश कुमार सिंह
पटना : स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में जुटी बिहार और झारखंड सरकार को थोड़ा और सक्रिय होना पड़ेगा. वजह यह है कि इन दोनों राज्यों की 60 प्रतिशत से अधिक महिलाएं खून की कमी से जूझ रही हैं. यह समस्या सिर्फ महिलाओं तक ही सीमित नहीं है. बच्चे भी इस समस्या में जकड़े हुए हैं. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस)-4 की रिपोर्ट की मानें तो बिहार में छह से 59 माह के 63.5 प्रतिशत बच्चे भी ‘एनीमिक’ हैं. झारखंड में यही आंकड़ा 69.9 तक पहुंच जाता है.
महिलाओं की बॉडी मास इंडेक्स कम
बिहार में 30 प्रतिशत से अधिक महिलाओं का बीएमआइ (बॉडी मास इंडेक्स) सामान्य से कम है. एनएफएचएस-2 की रिपोर्ट पर गौर करें तो यही खुलासा होता है. रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 30.4 प्रतिशत महिलाओं का बीएमआइ सामान्य से कम मिला है. झारखंड में यही आंकड़ा 31.5 प्रतिशत तक पहुंच गया है.
बिहार से झारखंड की स्थिति बेहतर
एनएफएचएस-2 के आंकड़ों के अनुसार खून की कमी पुरुषों में भी हो रही है. बिहार में 15-49 वर्ष के 32.2 प्रतिशत पुरुष एनीमिक मिले हैं. झारखंड में आंकड़ा 29.9%है. साफ है कि झारखंड के पुरुषों की स्थिति अच्छी है

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