छठ पर्व की खुशियां दुख में बदलीं

दर्दनाक . पुनपुन, बाढ़ और िबहटा में दो युवक, बालक और बच्ची डूबे दोनों युवक चांदपुर बेला से पुनपुन नदी घाट पर व्रत करने गये परिवार के साथ फुलवारीशरीफ : राजधानी पटना के चांदपुर बेला से पुनपुन नदी घाट गये दो परिवारों के दो युवक नदी में डूब गये. शुक्रवार की सुबह में कोहरा इतना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2017 8:47 AM
दर्दनाक . पुनपुन, बाढ़ और िबहटा में दो युवक, बालक और बच्ची डूबे
दोनों युवक चांदपुर बेला से पुनपुन नदी घाट पर व्रत करने गये परिवार के साथ
फुलवारीशरीफ : राजधानी पटना के चांदपुर बेला से पुनपुन नदी घाट गये दो परिवारों के दो युवक नदी में डूब गये. शुक्रवार की सुबह में कोहरा इतना था कि दोनों युवकों को डूबते हुए किसी ने नहीं देखा. हादसे के बाद परिजनों के चीत्कार से छठ का महौल गमगीन हो गया. परिवार की महिलाओं आंसू थम नहीं रहे थे. वहीं, सुबह से शाम एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम शवों को खोजती रही, मगर देर शाम तक बरामदगी नहीं हो सकी. फुलवारीशरीफ सीओ अरुण कुमार ने बताया कि शनिवार को भी शवों की खोज जारी रहेगी.
जानकारी के अनुसार पटना के चांदपुर बेला से वीरेंद्र प्रसाद का पुत्र सन्नी कुमार(18 वर्ष) और भानु प्रसाद का पुत्र रौशन कुमार (17 वर्ष) अपने अपने परिवार के साथ बकपुर घाट पर छठ करने पहुंचा था. नदी में स्नान करने के लिए ये दोनों उतरे और बेरिकेडिंग पर कर गहरे पानी में चले जाने से डूब गये. काफी देर बाद भी नदी से वापस नहीं आने पर इनके परिजनों ने खोजबीन शुरू की.
सन्नी कुमार के पिता ने माईक से एलान कराया. इसी बीच उनकी नजर घाट पर पड़े अपने बेटे के कपड़े पर पड़ी, तो आशंका हुई. कोहरा के कारण किसी ने दोनों युवकों को डूबते हुए नहीं देखा. स्थानीय लोगों में चर्चा यह भी है कि सन्नी नहाने के दौरान पहले डूबा होगा और उसको बचाने के चक्कर में रोशन नदी में कूदा होगा.
शवों को खोजने के लिए एनडीआरएफ की टीम नदी में उतरी मगर लाशें नहीं मिल पायीं. इसके बाद पटना से गोताखोर राजेंद्र सैनी को बुलाया गया. वह भी घंटो शवों को खोजते रहे, मगर सफलता नहीं मिली. शाम हो जाने के बाद शवों की तलाशी बंद कर कर दी गयी. सीओ अरुण कुमार ने बताया कि शनिवार को भी शवों की तलाश की जायेगी.

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