आलू छोड़ हरी सब्जियों से जुड़ेंगे किसान
पटना : पटना में हरी सब्जियों की खेती के लिए किसानों को जोड़ने के लिए प्रखंड स्तर पर समिति का गठन हो रहा है, जिसके तहत पटना जिला के घोसवरी, धनरूआ और फतुहा के किसानों को मेंबर बनाया गया है. साथ ही नौबतपुर में समिति गठन का काम पूरा हो गया है. समिति के माध्यम […]
पटना : पटना में हरी सब्जियों की खेती के लिए किसानों को जोड़ने के लिए प्रखंड स्तर पर समिति का गठन हो रहा है, जिसके तहत पटना जिला के घोसवरी, धनरूआ और फतुहा के किसानों को मेंबर बनाया गया है. साथ ही नौबतपुर में समिति गठन का काम पूरा हो गया है.
समिति के माध्यम से वैसे किसानों को जोड़ने की कवायद चल रही है, जोकि आलू, प्याज को छोड़कर बाकी सभी हरी सब्जियों की खेती करने में श्रेष्ठ हो और हर किसान साल में कम से कम 150 क्विंटल हरी सब्जियों की उपज कर सके, ताकि सरकार इन सब्जियों को व्यापार अन्य राज्यों में कर सके. गेहूं, चावल उपजाने के लिए बड़े-बड़े खेतिहर किसान है, लेकिन हरी सब्जी को लेकर अब भी परेशानी होती है. ऐसे में सब्जियों की कीमत में अचानक से बड़ा अंतर देखा जाता है. इसलिए पटना के वैसे किसान जो हरी सब्जी की खेती करने में ईमानदारी रखेंगे, उनके लिए सरकार की ओर से भी समय-समय पर सब्सिडी भी दी जायेगी. हरी सब्जी को ताजा रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज भी बनाये जायेंगे, जहां से डायरेक्ट सब्जियां मार्केट तक पहुंचेगी.
दिसंबर तक सभी प्रखंड स्तर पर बनायी जायेगी कमेटी : हरी सब्जी के उत्पादन व उसे मार्केट तक पहुंचाने के लिए दिसंबर तक हर प्रखंड में समिति का गठन कर लिया जायेगा. इसके लिए जिला सहकारिता के अधिकारी प्रखंड स्तर पर कैंप कर सब्जी उत्पादन से होने वाले फायदे के बारे में किसानों को जानकारी देंगे.