एमसीआई टीम को मरीजों की भीड़ देख आया पसीना

आईजीआईएमएस पहुंची एमसीआई की टीम ईएनटी, नेत्र और रेडियोलॉजी विभाग में पीजी के नये कोर्स के लिए एमसीआई की टीम ने किया निरीक्षण पटना : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में उस समय एमसीआई की टीम हैरान हो गयी जब उसे संस्थान में मरीजों की भारी भीड़ का सामना करना पड़ गया. सोमवार को टीम यहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2017 7:24 AM
आईजीआईएमएस पहुंची एमसीआई की टीम
ईएनटी, नेत्र और रेडियोलॉजी विभाग में पीजी के नये कोर्स के लिए एमसीआई की टीम ने किया निरीक्षण
पटना : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में उस समय एमसीआई की टीम हैरान हो गयी जब उसे संस्थान में मरीजों की भारी भीड़ का सामना करना पड़ गया. सोमवार को टीम यहां के तीन विभागों में नये पीजी कोर्स के लिए आठ सीटों पर मान्यता को लेकर निरीक्षण करने पहुंची थी.
सबसे पहले टीम रेडियोलॉजी विभाग के एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे, मेमोग्राफी और ब्लड बैंक का निरीक्षण करने पहुंची. इसके बाद क्षेत्रीय चक्षु संस्थान यानी नेत्र रोग विभाग में गयी. यहां मरीजों की भीड़ देख टीम के सदस्य ज्यादा देर तक नहीं रुके.
हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि टीम ने इएनटी और क्षेत्रीय चक्षु संस्थान में पीजी सीट के लिए व्यवस्था को पर्याप्त माना है. जबकि दूसरी टीम रेडियोलॉजी विभाग का निरीक्षण कर रही थी. एमसीआई की टीम ने रेडियालॉजी विभाग में उपलब्ध संसाधनों का भी जायजा लिया. पहले तो टीम ने सीनियर रेजीडेंट की कमी को खामी के तौर पर अंकित किया लेकिन जैसे ही टीम एमआरआई, सीटी स्कैन और एक्स-रे सेंटर पहुंची और मरीजों की भीड़ देखी तो टीम के सदस्यों का मूड चेंज दिखा. एमसीआई की ओर से निरीक्षण करने वाली टीम में अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के आई विभाग से डॉ योगेश गुप्ता, बीजे मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजी विभाग, पुणे से डॉ पीके लामगाढ़े मौजूद थे. टीम मंगलवार को भी निरीक्षण करेगी.
आठ सीटों पर मान्यता को लेकर पहुंची टीम
आईजीआईएमएस के चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष मंडल ने बताया कि अस्पताल प्रशासन की ओर से इएनटी व नेत्र रोग विभाग में दो-दो सीटों पर मास्टर ऑफ सर्जरी और रेडियोलॉजी विभाग में एमडी में चार सीटों पर पढ़ाई कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था.
एमसीआई की टीम ने गहन निरीक्षण किया. अगर टीम के सदस्य संतुष्ट हुए तो यहां संबंधित तीन विभागों में पीजी के नये कोर्स की पढ़ाई केलिए मान्यता मिल सकती है. आईजीआईएमएस शासकीय निकाय सदस्य व नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील सिंह ने कहा कि एमसीआई को चिकित्सा में विकास का ख्याल करते हुए इन आठों सीट पर मान्यता देनी चाहिए.

Next Article

Exit mobile version