बिहार : अस्पतालों में मलेरिया व डेंगू की दवा का गहराया संकट
पटना सहित पूरे बिहार में पांव फैला रहा डेंगू, बढ़ती जा रही मरीजों की संख्या पटना : पटना सहित पूरे बिहार में इन दिनों डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया का कहर जारी है. डेंगू अब लोगों की जान भी लेने लगा है. आम के साथ-साथ वीआईपी मरीज भी अब इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं. इसका […]
पटना सहित पूरे बिहार में पांव फैला रहा डेंगू, बढ़ती जा रही मरीजों की संख्या
पटना : पटना सहित पूरे बिहार में इन दिनों डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया का कहर जारी है. डेंगू अब लोगों की जान भी लेने लगा है. आम के साथ-साथ वीआईपी मरीज भी अब इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण पिछले दिनों राजद विधायक मुंद्रिका सिंह यादव और एक पुलिस दारोगा के तौर पर देखा जा सकता है. इसके बावजूद सरकारी अस्पतालों में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की दवाएं तक नहीं मिल रही हैं. वहीं थोड़ी बहुत दवाएं पीएमसीएच, गार्डिनर अस्पताल व गर्दनीबाग अस्पताल में हैं भी तो उसे लेने में मरीजों का पसीना छूट जा रहा है.
पीएमसीएच में मलेरिया व चर्म रोग की दवाओं का संकट : पीएमसीएच में इन दिनों मलेरिया और चर्म रोग से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. अस्पताल के ओपीडी में रोजाना 20 से 30 की संख्या में चर्म रोग और 40 से 50 की संख्या में मलेरिया से जुड़े मरीज आ रहे हैं. इनमें बच्चों की संख्या अधिक है, लेकिन पीएमसीएच में इन दोनों ही रोगियों के लिए दवाएं नहीं हैं.
मरीजों को दवा वितरण खिड़की से निराश लौटना पड़ रहा है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को बिना दवा के किस स्तर का इलाज मिल रहा होगा. इसके अलावा एंटीबायोटिक सहित कई इंजेक्शन व दवाएं भी खत्म होने की कगार पर हैं जबकि जरूरत की दवाएं पीएमसीएच में 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए.
गार्डिनर में लिवर, मधुमेह व किडनी की दवा खत्म : सुपर स्पेशलिटी में शुमॉर गार्डिनर रोड अस्पताल में इन दिनों मधुमेह, लिवर और किडनी की दवाएं पूरी तरह से खत्म हो गयी हैं.
अस्पताल प्रशासन की मानें तो दवा खरीदने के लिए सरकार की ओर से पैसा आ गया है, लेकिन अभी तक कंपनी का चयन नहीं हो पाने से दवाएं नहीं खरीदी जा रही हैं.
पीएमसीएच अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद ने बताया कि कई महत्वपूर्ण दवाएं अस्पताल में आ चुकी हैं. मरीजों की संख्या अधिक है, इसलिए दवाएं जल्द खत्म हो जाती है. जिस विभाग में दवाएं खत्म हैं, उनकी लिस्ट बना कर बीएमआईसीएल को भेज दिया गया है.
डेंगू से अस्पताल उपाधीक्षक बीमार
दानापुर. नगर में डेंगू का प्रकोप धीरे-धीरे पांव पसरता जा रहा है. डेंगू से अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अशोक कुमार सिंह बीमार हो गये हैं. डाॅ सिंह का इलाज पटना में चल रहा है. अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि डाॅ सिंह में डेंगू का लक्षण पाया गया है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में डेंगू के इलाज के लिए प्लेटलेट्स नहीं है.
मिले डेंगू-चिकनगुनिया के मरीज
पटना सिटी. मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. अगमकुआं स्थित आरएमआरआई में में जांच के लिए आये सैंपल में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज मिले हैं.
संस्थान में मंगलवार को डेंगू आये 54 नमूनों में नौ मरीज व चिकनगुनिया के आये 54 सैंपल में 14 मरीज मिले हैं. दूसरी ओर, नालंदा मेडिकल कॉलेज के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में जांच के लिए आये डेंगू के 26 सैंपल में डेंगू के सात व चिकनगुनिया के 15 में सात मरीज मिले. इसी प्रकार अस्पताल के मेडिसिन विभाग में जांच को आये 14 सेंपल में छह डेंगू मरीज मिले हैं.
डॉ दीपक बने पीएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नये प्रभारी अधीक्षक के तौर पर डॉ दीपक टंडन को बनाया गया है. मंगलवार को उनको चार्ज दे दिया गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लेटर भी जारी कर दिया गया है. वरीयता व पीएमसीएच के उपाध्यक्ष आदि कई पदों पर रहने के चलते डॉ टंडन को अधीक्षक का चार्ज दिया गया है. वह डॉ टंडन पीएमसीएच के पूर्व अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद की जगह लिये हैं.
31 अक्तूबर को डॉ लखींद्र प्रसाद का कार्यकाल खत्म हो गया, वे सेवानिवृत्त हो गये. वहीं दूसरी ओर सेवानिवृत होने के बाद अधीक्षक डॉ. लखीन्द्र प्रसाद को बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ ने सम्मानित किया. मंगलवार को संघ ने एक कार्यक्रम का आयोजन कर डॉ. लखीन्द्र को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया. डॉ अभीजित सिंह ने कहा कि 35 वर्षों तक डॉ. लखींद्र ने मरीजों की इमानदारी पूर्वक सेवा किया.