पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज फिर दोहराया कि वह पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) को विश्व स्तरीय संस्थान बनाना चाहते हैं. सेन लेबोरेटरी के संस्थापक डॉ. दिलीप सेन की यादों के संकलन पर आधारित पुस्तक नो फियर का यहां विमोचन करते हुए नीतीशकुमार ने पीएमसीएच का जिक्र करते हुए कहा कि यह संस्थान देश के उन पुराने संस्थानों में से एक है, जब चंद मेडिकल कॉलेज इस देश में हुआ करते थे. उन्होंने कहा कि वह पीएमसीएच को विश्व स्तरीय संस्थान बनाना चाहते हैं.
समारोह में मौजूद चिकित्सकों से हरसंभव सहयोग करने की अपील करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएमसीएच अंतरराष्ट्रीय स्तर का बने, यह उनकी आकांक्षा है और इसके लिए जितनी राशि की जरूरत होगी, राज्य सरकार प्रबंध करेगी. पीएमसीएच के वर्तमान हालात का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, जब वह इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ते थे तो उस वक्त देश के दूसरे राज्यों उत्तर प्रदेश, पूर्वी राज्य और नेपाल तक से मरीज इलाज कराने आते थे, लेकिन आज की स्थिति आपके सामने है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में भी बिहार में बहुत कुछ हुआ है लेकिन अभी काफी काम करना बाकी है.
चिकित्सकों से आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, पीएमसीएच की तस्वीर बदलने के लिए आप लोग थोड़ा समय निकालिए क्योंकि इस संस्थान से अधिकांश लोग पढ़कर इंग्लैंड गये हैं और मेडिकल साइंस के क्षेत्र में इंग्लैंड की महत्ता है.
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