बिहार : राजनीतिक गलियारों में चर्चा भाजपा और जदयू में सब ठीक-ठाक है क्या ? पढ़ें

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक राजनीतिक खासियत है, अभी तक के राजनीतिक करियर में उन्होंने किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन किया, उसके साथ यह बात जरूर जोड़ दी कि दोनों पार्टियों ने कॉमन मीनिमम प्रोग्राम पर सहमति जतायी है, इसलिए गठबंधन हुआ है. बाकी मामलों पर अपना-अपना स्टैंड अलग है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2017 3:21 PM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक राजनीतिक खासियत है, अभी तक के राजनीतिक करियर में उन्होंने किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन किया, उसके साथ यह बात जरूर जोड़ दी कि दोनों पार्टियों ने कॉमन मीनिमम प्रोग्राम पर सहमति जतायी है, इसलिए गठबंधन हुआ है. बाकी मामलों पर अपना-अपना स्टैंड अलग है. यह बात इसलिए कि हाल में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी ने गुजरात चुनाव को लेकर, जो अलग चुनाव लड़ने का बयान दिया, उसके बाद से बिहार में कयासों का बाजार गर्म है. अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के साथ राजद के नेता भी राजनीतिक गलियारे में यह सवाल उछाल रहे हैं, कि क्या जदयू और भाजपा के बीच सबकुछ ठीक-ठाक है. हालांकि, इस सवाल का उत्तर दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के पास है, लेकिन जवाब की तलाश में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है.

बिहार में राजनीतिक जानकारों के बीच इस बात की चर्चा जोरों पर है कि जदयू ने बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन किया है, लेकिन केंद्रीय कैबिनेट में जदयू शामिल नहीं है, इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए का हिस्सा नहीं है. बिहार में परिस्थितियों और यहां के हित के लिए नीतीश कुमार ने विधायकों की राय पर इस गठबंधन को किया है. गुजरात चुनाव में जदयू के उतरने की बात पर विरोधी दल के नेताओं ने यहां तक कह दिया है कि बिहार में यह सरकार छह महीने के अंदर गिर जायेगी. इतना ही नहीं यह बयान तेजस्वी यादव की ओर से ही आया था. उसके बाद जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि राजद के लोग अपनी गिरेबान में झांक कर देखें.

बिहार में जदयू एनडीए की साथी है. बिहार में दोनों दल मिलकर सरकार भी चला रहे हैं. दोनों दलों के बीच राष्ट्रीय स्तर पर किसी प्रकार का समन्वय नहीं बन पाया है. जदयू गुजरात के भरुच इलाके से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. हालांकि, जदयू ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह गुजरात में कितने सीटों पर जदयू चुनाव लड़ेगी. मामले पर जदयू ने साफ कहा है कि भरुच वह इलाका है, जहां से जदयू ने पहले भी चुनाव लड़ा है, उन्होंने कहा कि इसके पहले भी जब हम एनडीए में थे, तो हमने वहां से अपने उम्मीदवार खड़े किये थे. इस बार भी वैसा किया जायेगा.

वहीं दूसरी ओर भाजपा नेताओं ने मीडिया को दिये बयान में कहा है कि जदयू के साथ हमारा गठबंधन बिहार में चल रहा है और सरकार चल रही है. बिहार के बाहर जदयू के साथ भाजपा का कोई गठबंधन नहीं है. भाजपा के पूर्व विधायक संजय टाइगर ने कहा कि जदयू अकेले लड़ना चाहती है, तो इसमें बुराई क्या है, वह लोग अलग चुनाव लड़ सकते हैं. प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा कि बिहार के बाहर किसी तरह का हमारा गठबंधन नहीं है.

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