शौचालय घोटाले में नवादा और बिहारशरीफ में छापे
पटना : 14 करोड़ 37 लाख गबन के मामले में पटना की अलग-अलग टीम ने नवादा और बिहारशरीफ में ताबड़तोड़ छापेमारी की. हालांकि इसमें फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. इस घोटाले में नवादा और बिहारशरीफ के दो एनजीओ का नाम सामने आया है और उससे जुड़े लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी […]
पटना : 14 करोड़ 37 लाख गबन के मामले में पटना की अलग-अलग टीम ने नवादा और बिहारशरीफ में ताबड़तोड़ छापेमारी की. हालांकि इसमें फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. इस घोटाले में नवादा और बिहारशरीफ के दो एनजीओ का नाम सामने आया है और उससे जुड़े लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है. लेकिन मामला प्रकाश में आते ही एनजीओ से जुड़े तमाम लोग भूमिगत हो चुके है. बताया जाता है कि इन एनजीओ का जहां-जहां कार्यालय था, उस पर ताला लग चुका है.
पुलिस ने इस मामले से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के लिए नवादा और नालंदा पुलिस की भी मदद ले रही है. इसके अलावा रूपसपुर, मनेर में भी छापेमारी की जा रही है. हालांकि फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है.
दूसरी ओर इस मामले में रणनीति बनाने के लिए एसएसपी मनु महाराज ने टाउन डीएसपी व केस के अनुसंधानकर्ता एस ए हाशमी के साथ बैठक की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि मामले में जांच शुरू कर दी गयी है.
तमाम आरोपितों का लिया जायेगा गिरफ्तारी वारंट : इस मामले में जिन-जिन लोगों को आरोपित बनाया गया है, वे अगर पुलिस या कोर्ट के समक्ष उपस्थित नहीं होते है तो फिर पुलिस कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया की ओर बढ़ेगी और सबसे पहले सभी आरोपितों की गिरफ्तारी का वारंट हासिल करेगी. इसके लिए भी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गयी है और संभवत: सोमवार को वारंट के लिए आवेदन भी दे दिया जायेगा. इस मामले में पीएचइडी विभाग के अधिकारी का भी नाम आया है, इसलिए उन पर केस चलाने के लिए भी पुलिस संबंधित विभाग से अनुमति लेगी.