बिहार : फॉगिंग को केरोसिन की किल्लत, दवाओं का छिड़काव बंद, डेंगू की कहर जारी

सुस्ती : दवाओं का छिड़काव बंद, स्वास्थ्य विभाग के पास कोई कारगर उपाय नहीं पटना : पटना सहित पूरा बिहार इन दिनों डेंगू की कहर से जूझ रहा है. लेकिन, शासन-प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है. पटना में खास कर डेंगू, चिकेनगुनिया के साथ वायर फीवर तेजी से पाव पसार रहा है. शहर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2017 6:45 AM
सुस्ती : दवाओं का छिड़काव बंद, स्वास्थ्य विभाग के पास कोई कारगर उपाय नहीं
पटना : पटना सहित पूरा बिहार इन दिनों डेंगू की कहर से जूझ रहा है. लेकिन, शासन-प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है. पटना में खास कर डेंगू, चिकेनगुनिया के साथ वायर फीवर तेजी से पाव पसार रहा है. शहर के कॉलोनियों में डेंगू और चिकेनगुनिया का लार्वा फैला है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग इनसे बचने के लिए कोई कारगर उपाय नहीं अपना रहा है.
सिर्फ कॉलोनी के लोगों को जागरूक करने के लिये गली में डेंगू से बचाव को लेकर प्रचार-प्रसार कर रहा है. पीएमसीएच, गार्डिनर आदि सरकारी अस्पतालों में इन दिनों डेंगू की अधिकांश दवाएं खत्म हो गयी है. इतना ही नहीं मच्छर मारने के लिए दवाओं का छिड़काव तक नहीं हो पा रहा है. वजह सिर्फ यह है कि विभाग के पास मच्छर मारने के लिए दवा पायरेथ्रम में मिलाने के लिए केरोसिन की भारी किल्लत हो गयी है. सूत्रों की मानें, तो पिछले कुछ दिनों से दवाओं का छिड़काव बंद हो गया है. विभाग सिर्फ धुएं से काम चला रहा है.
आबादी की तुलना में कर्मचारियों की कमी : दवाओं व लार्वा को रोकने को लेकर विभाग के पास कर्मचारियों की भी कमी है. एक लाख की आबादी पर डेंगू लार्वा को रोकने के लिए महज दो कर्मचारी है. इस तरह मलेरिया रोकथाम के लिए कर्मचारियों की कमी बनी रहेगी. मलेरिया इंस्पेक्टर्स के पदों पर विगत कुछ सालों से बहाली भी नहीं हो रही है.
डेंगू के रोजाना 15 मरीज : शहर के सरकारी व प्राइवेट अस्पताल मिला कर डेंगू के औसतन 15 मरीज रोजाना आ रहे हैं. अब तक पूरे बिहार में करीब 800 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. जबकि, अकेले पटना में 312 मिल चुके हैं. पिछले पांच सालों से पटना में डेंगू मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है.
थानाध्यक्ष व अभियंता डेंगू की चपेट में
पटना सिटी : डेंगू की चपेट में अब अगमकुआं थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह, महिला दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों आ गये हैं. दूसरी ओर विद्युत प्रमंडल पटना सिटी के कार्यपालक अभियंता संदीप प्रकाश को भी डेंगू हो गया है. इधर बीमारी से पीड़ित 13 मरीज का उपचार एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग में चल रहा है. जबकि, सोमवार को आरएमआरआई में हुए जांच में डेंगू के 54 नमूनों में 12 व चिकेनगुनिया के 54 नमूनों में 18 मरीज मिले हैं. एनएमसी के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में जांच के लिए आये 18 नमूनों में आठ में डेंगू के मरीज मिले हैं.
डेंगू की स्थिति
वर्ष मरीज मौत
2009 224 02
2010 183 00
2011 78 00
2012 112 00
2013 273 02
2014 432 03
2015 383 01
2016 418 02
2017 312 02

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