नीतीश ने किया अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का खुलासा, पुलिसकर्मियों को दी यह नसीहत

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का खुलासा किया. मुख्यमंत्री ने 54 नवनिर्मित थानों सहित 174 पुलिस भवनों का उद्घाटन किया. मौके पर अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा कि नालंदा में बनने वाला पुलिस एकेडमी उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस मौके पर बोलते हुए नीतीश कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2017 2:25 PM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का खुलासा किया. मुख्यमंत्री ने 54 नवनिर्मित थानों सहित 174 पुलिस भवनों का उद्घाटन किया. मौके पर अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा कि नालंदा में बनने वाला पुलिस एकेडमी उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस मौके पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने बिहार के पुलिसकर्मियों को सच्चाई और सच्चरित्रता का पाठ पढ़ाते हुए उन्हें ईमानदारी की नसीहत दी. नीतीश कुमार ने पुलिस वालों को उनके कर्तव्य के प्रति सचेत करते हुए बहुत सारी बातें बतायीं. उन्होंने कहा कि इंसान का स्वभाव होता है कि जिसको पावर मिलता है, वह गड़बड़ी करने लगता है, ऐसे चंद लोग हैं, जो पूरी संस्था को बदनाम कर देते हैं. उन्होंने कहा कि राजगीर बहुत पुरानी राजधानी रही है.

इससे पूर्व, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अपने विरोधियों को जबरदस्त जवाब दिया. उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनकी पार्टी से उन पर किये जा रहे प्रहार पर कहा था कि जो निम्न स्तरीय बात कर रहे हैं वे परेशान और विक्षिप्त लोग हैं, जो सत्ता से वंचित हैं. यहां लोक संवाद कार्यक्रम के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद द्वारा उनकी राजगीर यात्रा पर टिप्पणी किये जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, राजगीर मगध साम्राज्य की राजधानी रही है. यहां मेरी समाधि अगर बन जाती है तो इससे ज्यादा खुश किस्मती हो ही नहीं सकती है. इन सब जगहों पर अगर निर्वाण मिल जाए तो इससे अच्छी और बड़ी बात क्या होगी। उन्होंने कहा कि चाहे किसी और भावना से ही सही बडे भाई (लालू यादव) के मुंह से बड़ी अच्छी बात निकल गयी है.

नीतीश ने कहा कि वे बचपन से ही राजगीर जाते रहे हैं. पावापुरी में भगवान महावीर के निर्वाण स्थल पर जब मां की गोद में था तब भी वहां जाया करता था. उन्होंने कहा कि जिसका जैसा स्तर होगा उसी तरह की बात करेंगे और इन सब बातों से उन्हें कोई मतलब नहीं है. जदयू-राजद में निम्न स्तरीय आरोप-प्रत्यारोप पर मुख्यमंत्री ने कहा, मैंने अपने 43 वर्षों के राजनैतिक जीवन में कभी कोई घटिया बातचीत नहीं की है. कभी किसी पर आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है.

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