जिसके मन में भगवान, वही भाग्यशाली

पटना : आध्यात्मिक सत्संग समिति द्वारा गांधी मैदान में आयोजित श्री मदभागवत ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन व्यासपीठ पर कथा व्यास साध्वी ऋतंभरा ने सौभाग्य दुर्भाग्य का भाव समझाते हुए कहा कि दुर्भाग्य उनका है जिनके पास अच्छा संग नहीं है. धन का अभाव दुर्भाग्य नहीं है. आपका अंग संग ऐसे व्यक्ति से नहीं हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2017 7:24 AM
पटना : आध्यात्मिक सत्संग समिति द्वारा गांधी मैदान में आयोजित श्री मदभागवत ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन व्यासपीठ पर कथा व्यास साध्वी ऋतंभरा ने सौभाग्य दुर्भाग्य का भाव समझाते हुए कहा कि दुर्भाग्य उनका है जिनके पास अच्छा संग नहीं है.
धन का अभाव दुर्भाग्य नहीं है. आपका अंग संग ऐसे व्यक्ति से नहीं हो जिससे प्रेरणा ले सकें तो दुर्भाग्य है. आपके चित्त में आपकी चेतना में, चिंतन में भगवान है तो सौभाग्य है. साध्वी जी का अभिनंदन यजमान आरके सिन्हा ने किया. कोलकाता से युवा भागवत प्रवक्ता शिवम विष्णु ने साध्वी जी से आशीर्वाद प्राप्त किया.
कार्यक्रम की शुरुआत में ांसद आरके सिन्हा ने यज्ञ विहित पंचांग, वास्तुपीठ, सर्वतोभद्र, चतुषष्ठी, योगिनी, सूर्यादि नवग्रह सहित श्रीमद्‍भागवत महापुराण का पूजन संपन्न किया. दूसरे दिन की कथा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि भागवत कथा श्रवण के लिए भगवान में रोम रोम अर्पित करें. श्रीमद्‍भागवत ज्ञान यज्ञ का अवसर सौभाग्य से मिला है.
कथा का सम्यक लाभ प्राप्त करने के लिए एकाग्रचित्त होकर कथा का श्रवण करें. महत्व इस बात का है कि चिंतन किस दिशा में है. संसार के सारे पदार्थों को पाकर भी अधूरापन महसूस होता है. पूर्णता का बोध तो पूर्ण से जुड़कर ही होगा. मौके पर मोती लाल रूंगटा, विधायक संजीव चौरसिया आदि मौजूद थे.

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