पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आउटसोर्सिंग में आरक्षण की घोषणा किये जाने के बाद जदयू में आरक्षण को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने दलित-महादलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व जदयू विधायक रवि ज्योति पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति से सबकुछ कर रहा हूं. किसी भी कीमत पर आरक्षण का सवाल बंद नहीं करूंगा. इसके लिए कोई भी खामियाजा भुगतने को मैं तैयार हूं.
मालूम हो कि मंगलवार को जदयू विधायक रवि ज्योति, पूर्व विधायक अरुण मांझी, दलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ हुलेश मांझी, अध्यक्ष महादलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आनंद रजक आदि द्वारा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी पर दलितों के आरक्षण के को लेकर उठाये गये सवालों की आलोचना की थी. इन नेताओं ने कहा था कि मुख्यमंत्री अनुसूचित जातियों के जीवनस्तर को ऊपर उठाने, राजनैतिक एवं आर्थिक परिवर्तन के लिए कई योजनाएं लागू कीं. पैक्स में भी आरक्षण का सर्वेक्षण किया जा रहा है. देश में बिहार पहला राज्य है, जहां संविदा में भी पूर्व आरक्षण नीति लागू है. इसके बाद उदय नारायण चौधरी एवं श्याम रजक आरक्षण एवं दलित विकास के मुद्दे पर मीडिया में बयान दे रहे हैं.