नयी दिल्ली:वरिष्ठ सांसद और जदयू के बागी नेता शरद यादव ने नोटबंदी से अर्थव्यवस्था और समाज के विभिन्न वर्गों को हुए भारी नुकसान की भरपाई करने के केंद्र सरकार से उसकी कार्ययोजना उजागर करने की मांग की है. नोटबंदी लागू करने के फैसले को आज एक साल पूरे होने पर विपक्षी दलों की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शनों को जायज ठहराते हुएशरद यादव ने कहा कि सरकार ने खुद इस फैसले से जनता को परेशानी होने और आर्थिक विकास की दर धीमी पड़ने की बात को स्वीकार किया है.
शरद यादव ने कहा कि मोदी सरकार को अब यह बताना चाहिए कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिये उसके पास क्या योजना है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. राज्यसभा सांसद ने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट आना और कृषि सहित छोटे तथा मंझोले उद्योगों का बंद होना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है. उन्होंने कहा कि 97 प्रतिशत नगदी कारोबार वाले देश में नोटबंदी का फैसला आत्मघाती साबित हुआ है.