इसी सत्र में नामांकन को मिली मंजूरी
पटना : फीटर, कारपेंटर, बेल्डर, टर्नर जैसे परंपरागत कोर्सो के अलावा आइटीआइ के विद्यार्थी अब ब्यूटी एंड वेलनेस और हेल्थ केयर जैसे पाठ्यक्रमों में भी प्रशिक्षण ले सकेंगे. रोजगार एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय ने आइटीआइ के विद्यार्थियों के लिए बाजार की मांग पर आधारित कोर्सो की डिजाइनिंग की है. इस सत्र से इन कोर्सो में नामांकन की मंजूरी भी मिल गयी है.
बिहार में 63 सरकारी व 594 निजी आइटीआइ में नये कोर्स में विद्यार्थियों को नामांकन का रास्ता साफ हो गया है. श्रम संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार ने बताया कि नये सत्र में नये कोर्स को चालू किया जायेगा. जनवरी में इस तरह के कोर्स को मेंटर ग्रुप की ओर से मंजूरी मिल गयी है. चुनाव के बाद इस दिशा में कार्रवाई शुरू की जायेगी. उन्होंने बताया कि कई तरह के कोर्स हैं, जिनमें अब छात्रों को अभिरुचि नहीं रह गयी है. विभागीय स्तर पर आइटीआइ के परंपरागत कोर्सो का एक बार फिर से पुनमरूल्यांकन किया जायेगा. मोल्डर व शीट मेटल जैसे कोर्स में प्रशिक्षण लेनेवाले युवाओं की संख्या कम हो गयी है. अब बाजार में नये व्यवसाय की आवश्यकता दूसरी तरह के कौशल की है. अब नये व्यवसाय को ध्यान में रखते हुए नये कोर्स को शुरू कराया जायेगा.
गौरतलब है कि सूबे में 63 सरकारी क्षेत्रों में आइटीआइ हैं. इनमें करीब 22 हजार युवकों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है. इसी तरह से निजी क्षेत्र में करीब 600 आइटीसी हैं, जहां पर करीब 65 हजार युवा-युवतियों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है. विभाग की कोशिश है कि पहले से संचालित हो रहे आइटीआइ में पुराने कोर्स के साथ नये कोर्स को शुरू कराया जाये. इसके अलावा सरकार द्वारा नये आइटीआइ को भी मान्यता दी जा रही है, उनमें भी नये कोर्स चालू कराये जायेंगे.