बिहार : नेताजी को अब माला के लिए करना होगा इंतजार, समर्थक भी होंगे मायूस…जानें क्‍यों

आज से चेकइन एरिया में विजिटर्स की नो इंट्री पटना : नेताजी को अब माला के लिए इंतजार करना होगा. पहले की तरह समर्थक और कार्यकर्ता अब चेक इन एरिया में उनकी बाट जोहते नजर नहीं आयेंगे. चेकइन एरिया में मंगलवार से विजिटर्स की इंट्री बंद हो गयी. इसके कारण टर्मिनल भवन के भीतर पहले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2017 7:12 AM
आज से चेकइन एरिया में विजिटर्स की नो इंट्री
पटना : नेताजी को अब माला के लिए इंतजार करना होगा. पहले की तरह समर्थक और कार्यकर्ता अब चेक इन एरिया में उनकी बाट जोहते नजर नहीं आयेंगे. चेकइन एरिया में मंगलवार से विजिटर्स की इंट्री बंद हो गयी. इसके कारण टर्मिनल भवन के भीतर पहले की तरह अब उनका प्रवेश नहीं होगा. इससे वैसे चेले चमचों को अधिक तकलीफ होगी जो आम कार्यकर्ताओं से खुद को अलग करने और नेताजी को अपना चेहरा दिखाने के लिए 50 रुपये का टिकट खरीदने से भी परहेज नहीं करते थे. अब उनको भी माला लेकर एक्जिट प्वाइंट के पास रहना पड़ेगा.
बाबा ही नहीं अनुयायी भी होंगे मायूस
चेक इन एरिया के भीतर प्रवेश बंद होने से दूर के शहरों से प्रवचन के लिए उड़ कर आने वाले बाबाओं को भी मायूसी होगी. उनकी अगवानी के लिए भक्त अब चेक इन एरिया में उपस्थित नहीं रह सकेंगे और सेक्युरिटी होल्ड एरिया से बाहर निकलते साथ ही उन पर फूल व मालाओं की वैसी वर्षा नहीं होगी जैसी अब तक होती थी.
उनके वैसे शिष्यों को भी इससे मायूसी होगी, जो बाबा का विशेष अनुग्रह प्राप्त करने के लिए उन्हें सबसे पहले अपना चेहरा दिखाने को तत्पर रहते थे. टर्मिनल भवन के बाहर भीड़ में ही अब उन्हें माला लेकर इंतजार करना पड़ेगा.
अधिकारियों को हनक दिखाने का नहीं मिलेगा अवसर: विजिटर्स इंट्री बंद होने से ऐसे वरीय अधिकारियों को अब अपनी हनक दिखाने का मौका नहीं मिलेगा जो टर्मिनल भवन के भीतर भी दो-चार मातहतों के साथ दिखाई देते थे. कॉरपोरेट सेक्टर के वरीय अधिकारियों को भी अब रिसीव करने वाला कोई नहीं होगा.
जगह की कमी के कारण हमारे पास विजिटर्स की इंट्री को बंद करने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा था. इससे हमारे रेवेन्यू का नुकसान होगा लेकिन यात्रियों को सुविधा होगी.
-आरएस लाहौरिया, निदेशक, पटना एयरपोर्ट
यात्रियों को मिलेगी राहत
पटना एयरपोर्ट पर हर दिन 8000 यात्री आते हैं, लेकिन विजिटर्स की संख्या केवल 200 है. ज्यादा विजिटर्स लोड नहीं होने की वजह प्रवेश के लिए विजिटर्स टिकट या पास की अनिवार्यता है.
टर्मिनल भवन के भीतर प्रवेश के लिए 50 रुपये का टिकट खरीदना पड़ता है या विजिटर्स पास बनवाना पड़ता है . हर दिन औसतन 150 विजिटर्स टिकट बिकते हैं जबकि 50 के लगभग विजिटर्स पास जारी किये जाते हैं. ज्यादातर लोग इंट्री प्वाइंट पर ही रिश्तेदारों, मित्रों व परिचितों को विदा कर देते हैं. लिहाजा विजिटर्स की नो इंट्री से आम लोगों को तकलीफ नहीं होगी.

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