इलाज के दौरान दूसरे युवक ने भी तोड़ा दम

मृतक के पिता ने करायी एफआईआर दर्ज सकरैचा गोली कांड का मामला फुलवारीशरीफ : आखिरकार पीएमसीएच में चिकित्सक सकरैचा गोलीकांड में घायल मनोज चौधरी की जान नहीं बचा सके. कोमा में जिंदगी और मौत के बीच जूझते मनोज चौधरी ने मंगलवार को दोपहर बाद दम तोड़ दिया. सोमवार को पोस्टमार्टम हॉऊस के बाहर मनोज की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2017 7:35 AM
मृतक के पिता ने करायी एफआईआर दर्ज
सकरैचा गोली कांड का मामला
फुलवारीशरीफ : आखिरकार पीएमसीएच में चिकित्सक सकरैचा गोलीकांड में घायल मनोज चौधरी की जान नहीं बचा सके. कोमा में जिंदगी और मौत के बीच जूझते मनोज चौधरी ने मंगलवार को दोपहर बाद दम तोड़ दिया.
सोमवार को पोस्टमार्टम हॉऊस के बाहर मनोज की सांसें उस समय चलने लगी थीं जब उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा था. दोबारा जिंदा हो जाने के बाद मनोज का पीएमसीएच में इलाज चल रहा था. मनोज के परिजनों का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम में निजी नर्सिंग होम में इलाज करने वाले चिकित्सकों और पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है, जिसकी जिम्मेवारी लेने से सभी बचते फिर रहे हैं. निजी नर्सिंग होम में मृत घोषित किये जाने के करीब घंटे बाद मनोज के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच लाया गया था.
अगर इन चार घंटों में उसका सही इलाज होता रहता, तो शायद मनोज की जान बचायी जा सकती थी. बहरहाल मंगलवार की शाम इलाज के दौरान मनोज चौधरी की मौत हो गयी. इसके बाद पीएमसीएच से लेकर सकरैचा तक परिजनों में कोहराम मच गया. उधर, दूसरी तरफ सकरैचा गोलीकांड मामले मे मृतक अविनाश के पिता मुन्ना राम ने सुबोध पासवान के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया है .
नामजद अभियुक्त घर छोड़ कर फरार है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. थानेदार नंदजी प्रसाद ने कहा कि मनोज चौधरी की मौत की सूचना मिली है. मृतक अविनाश के पिता मुन्ना राम ने सुबोध पासवान को नामजद अभियुक्त बनाया है, उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

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