पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को ट्वीट कर एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि ‘आदरणीय नीतीश जी, मुझे गर्व है कि मुझमें मेरे पिता का स्वभाव है. लेकिन, आप दिल पर हाथ रख कर बतायें, क्या आपके बेटे में आपका स्वभाव है?’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ट्वीट कर लगातार हमला कर रहे हैं. पहले भी वह ट्वीट कर हमला बोल चुके हैं.
आदरणीय नीतीश जी, मुझे गर्व है कि मुझमें मेरे पिता का स्वभाव है। लेकिन आप दिल पर हाथ रखकर बतायें क्या आपके बेटे में आपका स्वभाव है? सीधी बात नो बकवास।
आपकी तरह राजनीति को निम्नस्तर पर नहीं ले जाना चाहता लेकिन सच्चाई से आप बख़ूबी परिचित है। राज को राज ही रहने दो।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 15, 2017
क्या है मामला
बालदिवस पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा तेजस्वी को बच्चा कहे जाने पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा था कि ‘चाचा होने के नाते मुख्यमंत्री ने बच्चा को न तो बाल दिवस की शुभकामनाएं दीं और न ही जन्मदिन पर बधाई दी. आप मुझको बच्चा कहते हैं, तो बड़ों जैसा सलूक भी तो कीजिए.’ विरोधी दल के नेता ने कहा कि ‘बच्चा कितना भी बड़ा क्यों न हो जाये, वह मां-बाप और अभिभावकों के लिए हमेशा बच्चा ही रहता है.’ नीतीश चाचा लोकतांत्रिक मर्यादा को ताक पर रखते हुए यह भूल गये हैं कि तेजस्वी बिहार में नेता प्रतिपक्ष है. जो मैं बोलता हूं, वो जनादेश की दिनदहाड़े डकैती करने वाले खूंखार डकैतो के खिलाफ आम अवाम की आवाज है. नीतीश जी आप आदरणीय है, इसलिए पलट कर मैं आपको बूढ़ा तो नहीं कहूंगा, लेकिन चाचा आपके द्वारा जनादेश की ठगी करने के बाद अगले दिन विधानसभा में इस बच्चे के सामने आपका मुंह लटका हुआ था. और इस बच्चे के एक भी सवाल का जवाब आपने अभी तक नहीं दिया है.
क्या कहा था मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद कहा था कि ‘नेता बनाने का भी आरोप हम पर ही लग रहा है. तेजस्वी प्रसाद यादव तो बच्चे हैं. वे क्या करेंगे? पिता के स्वभाव पर ही जायेंगे. मां-बाप की संपत्ति अंतिम रूप से बेटे को ही जाती है. लालू प्रसाद ने पूरे परिवार को हर तरीके से फंसा दिया है. पूरा परिवार फ्रस्ट्रेशन में है.’