हाजीपुर :बिदुपुर स्थानीय थाने में पदस्थापित जमादार राम सुंदर प्रसाद को दस हजार घूस लेते निगरानी की टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया. साथ ही गिरफ्तार जमादार को निगरानी की टीम अपने साथ पटना लेकर चली गयी. बताया जाता है कि मारपीट के एक मामले में केस डायरी में मदद करने को लेकर दस हजार रुपये घूस लेते टीम के सदस्यों ने पकड़ा.
निगरानी टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी महाराजा कनिष्क कुमार ने बताया कि बिदुपुर थाने में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक राम सुंदर प्रसाद बिदुपुर थाना कांड संख्या 296/17 में केस डायरी मदद करने के लिए कैलाचक के दिनेश प्रसाद गुप्ता से बीस हजार रुपयों की मांग की थी. मामले को लेकर दिनेश प्रसाद ने निगरानी कार्यालय में 14 नवंबर को शिकायत की थी, जिसमें 14 नवंबर को ही सत्यापन किया गया, तो मामला सही निकला. इसके बाद एक टीम गठित कर 15 नवंबर को बिदुपुर के मायाराम हाट चौक से दस हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ सहायक अवर निरीक्षक राम सुंदर प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया. राम सुंदर दास को आवश्यक कार्रवाई करने के बाद जेल भेजा दिया जायेगा
मालूम हो कि बिदुपुर थाना कांड संख्या 296/17 में दिनेश प्रसाद गुप्ता के पुत्र साकेत कुमार ने महज दो डिसमिल जमीन के लिए हुई मारपीट को लेकर पड़ोस के ही सचिन कुमार, सन्नी कुमार, अनीता देवी एवं कृष्ण नाथ गुप्ता को आरोपित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इस मामले में कांड के अनुसंधानकर्ता सहायक अवर निरीक्षक राम सुंदर प्रसाद ने केस डायरी में मदद करने को लेकर बीस हजार रुपयों की मांग की थी. इन रुपयों में से दस हजार रुपये लेते राम सुंदर दास रंगे हाथ निगरानी टीम के हत्थे चढ़ गये. छापेमारी में डीएसपी महाराज कनिष्क कुमार के अलावा पुलिस निरीक्षक सुधीर कुमार, मेहंदी हसन, सहायक अवर निरीक्षक इंद्रजीत सिंह, राघव मिश्रा, श्रवण कुमार एवं हवलदार शमीम अहमद मौजूद थे.