बिहार शौचालय घोटाला : एनजीओ की अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष गिरफ्तार, तीन अन्य भी पकड़े गये

एसआईटी की कार्रवाई, अब तक नौ गिरफ्त में पटना : शौचालय घोटाले में एसआईटी ने बुधवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें बख्तियारपुर के एनजीओ मां सर्वेश्वरी सेवा संस्थान की अध्यक्ष बॉबी कुमारी व कोषाध्यक्ष प्रमिला सिंह भी शामिल हैं. दोनों को राजीव नगर में एक अपार्टमेंट के फ्लैट से गिरफ्तार किया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2017 6:35 AM
एसआईटी की कार्रवाई, अब तक नौ गिरफ्त में
पटना : शौचालय घोटाले में एसआईटी ने बुधवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें बख्तियारपुर के एनजीओ मां सर्वेश्वरी सेवा संस्थान की अध्यक्ष बॉबी कुमारी व कोषाध्यक्ष प्रमिला सिंह भी शामिल हैं. दोनों को राजीव नगर में एक अपार्टमेंट के फ्लैट से गिरफ्तार किया गया है.
इनके अलावा दाेनों को शरण देने और पुलिस की गिरफ्तार से बचाने के आरोप में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें कन्हैया कुमार, सुरक्षित कुमार और रोशन कुमार शामिल हैं. अब तक इस केस में नौ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. इससे पहले बॉबी का पति प्रवीण शर्मा, गांधी मैदान स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा के तत्कालीन डिप्टी मैनेजर शिवशंकर झा, पीएचईडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के कार्यालय में डाटा ऑपरेटर प्रीति भारती, मनोज कुमार को एसआइटी गिरफ्तार कर चुकी है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो बुधवार को जो गिरफ्तारियां हुईं, वे मंगलवार को पकड़े गये मनोज कुमार की निशानदेही पर हुई हैं. पुलिस पकड़े गये लोगों से पूछताछ कर रही है.
विनय-बिटेश्वर की तलाश में बेंगलुरु पहुंची टीम
शौचालय घोटाले में एसआइटी को अब मुख्य आरोपित पीएचईडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विनय कुमार सिन्हा और रोकड़पाल बिटेश्वर प्रसाद की तलाश है. एसआइटी को जानकारी मिली है कि ये दाेनों बेंगलुरु में छिपे हैं. इसके बाद एसआईटी ने गांधी मैदान थाने के दारोगा राकेश कुमार झा को चार सदस्यीय टीम के साथ बेंगलुरु भेजा है. उम्मीद है कि अगले 48 घंटे में ये दोनों भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
बिटेश्वर ने कमीशन देकर एनजीओ संचालकों से कराया घोटाला
पीएचईडी का रोकड़पाल बिटेश्वर प्रसाद इस घोटाले का बड़ा खिलाड़ी है. अब तक गिरफ्तार एनजीओ के पदाधिकारियों ने पुलिस के सामने जो खुलासा किया है, उसके मुताबिक बिटेश्वर ने मोटा कमीशन देकर एनजीओ के पदाधिकारियों से सांठगांठ कर ली. इसके बाद शौचालय निर्माण की रकम को एनजीओ के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कराया. हालांकि पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि बिटेश्वर की वास्तव में कितनी भूमिका रही है. अगर बिटेश्वर जल्द गिरफ्तार होता है तो अब तक पकड़े गये लोगों के सामने पूछताछ की जा सकती है.
ये तीन एनजीओ पुलिस की रडार पर
शौचालय घोटाले में प्रभात खबर ने पहले ही यह खुलासा किया है कि इसमें चार नहीं, सात एनजीओ शामिल हैं.बुधवार को एसएसपी मनु महाराज ने भी इसकी पुष्टि की. लेकिन पुलिस ने एनजीओ के नामों का खुलासा नहीं किया है. लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो सत्यम शिवम कला केंद्र, आर्यभट्ट सेवा संस्थान, बुद्ध उत्थान ग्रामीण समिति परिवर्तन संस्थान पुलिस के टारगेट पर हैं. पुलिस इनके पदाधिकारियों को जल्द गिरफ्तार कर सकती है.

Next Article

Exit mobile version