पटना : स्वास्थ्य मंत्री ने वार्ता के लिए PMCH के जूनियर डॉक्टरों को बुलाया, अब तक दर्जन भर मरीजों की हुई मौत
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट किये जाने के बाद हड़ताल पर जाने से करीब दर्जन भर मरीजों की मौत अब तक हो चुकी है. मालूम हो कि डेंगू से पीड़ित एक मरीज की मौत के बाद परिजनों और जूनियर डॉक्टरों के बीच मारपीट हुई, जिसके बाद अस्पताल […]
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट किये जाने के बाद हड़ताल पर जाने से करीब दर्जन भर मरीजों की मौत अब तक हो चुकी है. मालूम हो कि डेंगू से पीड़ित एक मरीज की मौत के बाद परिजनों और जूनियर डॉक्टरों के बीच मारपीट हुई, जिसके बाद अस्पताल के सभी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये. वहीं, पीएमसीएच में मरीजों की मौत को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जूनियर डॉक्टरों को वार्ता के लिए सचिवालय बुलाया है. जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि सुरक्षा मुहैया कराये जाने का आश्वासन दिये जाने के बावजूद आज तक सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध नहीं करायी जा सकी है. जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जायेगा, तब तक हम सभी काम पर नहीं लौटेंगे.
हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा बाधित
जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से पीएमसीएच में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह बाधित हो गयी है. कई मरीजों के परिजन इलाज के लिए अस्पताल छोड़ कर अन्य जगह चले गये हैं. वहीं, जूनियर डॉक्टरों के काम पर नहीं आने से ओपीडी सेवा में करीब 1000 से ज्यादा मरीजों का इलाज नहीं हो पाया. वहीं, गुरुवार को हड़ताल के कारण छोटे-बड़े दर्जन भर से ज्यादा ऑपरेशन नहीं किये जा सके. पीएमसीएच के वार्डों में भर्ती मरीजों को देखने के लिए डॉक्टरों के नहीं आने पर कुछ मरीजों की हालत गंभीर हो गयी. ऐसे में वे दूसरे बड़े अस्पतालों और निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए चले गये.
क्या है मामला ?
जानकारी के अनुसार, पटना सिटी स्थित पत्थर की मस्जिद निवासी डेंगू पीड़ित मोहम्मद जाहिद (27) को हालत बिगड़ने पर परिजनों ने पीएमसीएच की इमरजेंसी में भरती कराया. यहां चेक करने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मौत की खबर सुनने के बाद परिजन आक्रोशित हो गये और मारपीट करने लगे. परिजनों का आरोप है कि मरीज की मौत नहीं हुई थी, बल्कि इलाज करने के डर से डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, मामला बढ़ता देख अन्य परिजन भी साथ देने लगे और कंट्रोल रूम में बैठे हेल्थ मैनेजर अरविंद कुमार की जम कर पिटाई कर दी. इसके बाद पिटाई के डर से इमरजेंसी में तैनात बाकी डॉक्टरों ने भी काम ठप कर दिया. वहीं परिजनों ने बताया कि वह जाहिद को एनएमसीएच ले कर गये, जहां बीच रास्ते में उसने दम तोड़ दिया.