बिहार : हाईकोर्ट की फर्जी वेबसाइट बना कर करता था ठगी, गिरफ्तारी के बाद हुआ ये भी खुलासा

पटना : बीएससी आइटी करने के बाद एमएससी कर रहे साॅफ्टवेयर इंजीनियर रविनेश को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. रविनेश और अभिषेक ने बड़े ही चालाकी से पटना हाईकोर्ट की सरकारी वेबसाइट के नाम से फर्जी वेबसाइट बना डाली. इसके बाद वेबसाइट के माध्यम से नौकरी के नाम पर ठगी करने लगा. इस पूरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2017 6:47 AM
पटना : बीएससी आइटी करने के बाद एमएससी कर रहे साॅफ्टवेयर इंजीनियर रविनेश को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. रविनेश और अभिषेक ने बड़े ही चालाकी से पटना हाईकोर्ट की सरकारी वेबसाइट के नाम से फर्जी वेबसाइट बना डाली. इसके बाद वेबसाइट के माध्यम से नौकरी के नाम पर ठगी करने लगा. इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड अभिषेक है, लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है. वहीं गैंग में काम करने वाले छह अन्य सदस्यों की भी पटना पुलिस तलाश कर रही है.
पुलिस को भनक तब लगी, जब ठगी के शिकार एक युवक ने एसएसपी मनु महाराज को जानकारी दी. इसके बाद कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया गया. केस दर्ज कर पुलिस इस गैंग को ट्रेस कर रही थी. इस दौरान राजीव नगर से पुलिस की स्पेशल टीम ने रविनेश को दबोच लिया. पुलिस ने रविनेश के पास से कंप्यूटर समेत अन्य सामान भी बरामद किया है.
छह महीने पहले बनायी थी वेबसाइट
गिरफ्तारी के बाद रविनेश ने कबूल किया है उसने छह महीने पहले पटना हाईकोर्ट के नाम से फर्जी वेबसाइट बनायी थी. इसमें होम पेज पर पैनल लिस्ट नाम का एक ऑप्शन है, जिसे क्लिक करने पर ऑनलाइन वैकेंसी अप्लाई कर चुके कैंडिडेट का नाम और डेट ऑफ बर्थ मांगा जाता है.
इसके बाद नौकरी पक्की होने की जानकारी दी जाती थी. इसी आधार पर सरकारी नौकरी की चाह रखनेवाले हर कैंडिडेट से हजारों रुपये की ठगी की जाती थी, जबकि पटना हाईकोर्ट की असली वेबसाइट के होम पेज पर पैनल लिस्ट नाम का कोई ऑप्शन नहीं है.
ऑनलाइन देता था वेकेंसी
अनजान लोगों को असली और फर्जी वेबसाइट के बीच का फर्क जरा भी पता नहीं चलेगा. क्योंकि दोनों की डिजाइन, कलर और लिखने का तरीका एक दम मिलता-जुलता है. डुप्लिकेट वेबसाइट के जरिये रविनेश अौर उसके गैंग द्वारा पटना हाईकोर्ट में क्लर्क और दूसरे पोस्ट के लिए ऑनलाइन वैकेंसी निकाली जाती थी. पुलिस को दिये बयान में रविनेश ने इस बात को कुबूल किया है. पटना हाईकोर्ट के अलावा भी उसने अलग-अलग एजेंसियों व कंपनियों के नाम से करीब छह-सात डुप्लिकेट वेबसाइट बना रखी है.
अभिषेक की तलाश जारी
फर्जीवाड़े के इस खेल में रविनेश अकेला नहीं है. पांच-छह लोगों का एक गैंग है. गैंग में अभिषेक यादव मास्टरमाइंड है. एसएसपी मनु महाराज के अनुसार ह्यूमन आईटी सॉल्यूशन के नाम से इन शातिरों ने कंपनी बना रखी है, जिसका ऑफिस आशियाना नगर में है. गैंग में शामिल बाकी शातिरों की तलाश शुरू कर दी गयी है.

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