बिहार : रिजर्व बैंक कर रहा आगाह, फर्जी लेन-देन को लेकर रहें सतर्क, नहीं तो…
सुबोध कुमार नन्दन पटना : अगर आपके पास रिजर्व बैंक की ओर से किसी प्रकार का मैसेज आता है तो उसे भूलकर भी डिलीट न करें. विशेष तौर पर यह मैसेज आपके बैंक और आपके बारे में कोई भी जानकारी फोन पर नहीं मांगता, इसलिए किसी तरह की जानकारी किसी से साझा नहीं करें. इस […]
सुबोध कुमार नन्दन
पटना : अगर आपके पास रिजर्व बैंक की ओर से किसी प्रकार का मैसेज आता है तो उसे भूलकर भी डिलीट न करें. विशेष तौर पर यह मैसेज आपके बैंक और आपके बारे में कोई भी जानकारी फोन पर नहीं मांगता, इसलिए किसी तरह की जानकारी किसी से साझा नहीं करें.
इस तरह से सतर्क करने वाले मैसेज वैसे तो आपको बैंक की तरफ से आते रहते हैं. रिजर्व बैंक भी वित्तीय लेन-देन सुरक्षित बनाना चाहता है, इसके लिए रिजर्व बैंक की ओर से बैंक ग्राहकों को एसएमएस भेजा जा रहा है. इस एसएमएस में वित्तीय लेन-देन और रिजर्व बैंक से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी ग्राहकों को दी जा रही है. अाधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वैसे रिजर्व बैंक समय-समय पर सूचना के जरिये से आम जनता को ऐसे प्रस्तावों के बारे में सजग करता रहता है. ऐसा पहली बार हो रहा है कि रिजर्व बैंक भी उन्हीं माध्यमों (एसएमएस और ईमेल) का उपयोग करेगा, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा है. अगर आपने रिजर्व बैंक की तरफ से आने वाले मैसेज पर ध्यान नहीं दिया तो आपको भविष्य भारी पड़ सकता है.
रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह एक सूचना जारी कर आम लोगों को विभिन्न बैंकिंग लेन-देन और उनके पास उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए एसएमएस के माध्यम से एक सार्वजनिक जागरूकता अभियान शुरू किया है. रिजर्व बैंक संदेश भेज रहा है जिसमें लोगों को ईमेल, एसएमएस और फोन के माध्यम से प्राप्त अनचाहे और फर्जी प्रस्तावों का शिकार बनने के बारे में सावधान किया जा रहा है. चेतावनी संदेश ‘RBISAY’ प्रेषक आईडी द्वारा भेजे जा रहे हैं.
पिछले कुछ सालों से लोगों के पास रिजर्व बैंक के नाम से ईमेल आया था, जिसमें दावा किया गया कि लोगों को बड़ी रकम दी जायेगी, लेकिन सच्चाई कुछ और ही थी. यह मेल रिजर्व बैंक ने नहीं भेजा था. यह फर्जी था. इस सूचना हो गंभीरता लेते हुए रिजर्व बैंक ने ग्राहकों को सतर्क करने के लिए मैसेज भेजने के अलावा एक नंबर भी जारी किया है. इस नंबर पर आप मिस्ड कॉल देकर वित्तीय लेन-देन और रिजर्व बैंक के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़े को लेकर जानकारी हासिल कर सकते हैं.
ग्राहक बैकिंग को सुरक्षित रखने के लिए रिजर्व बैंक की तरफ से बैंक आम लोगों को सचेत करने के लिए ‘सुनो आरबीआई क्या कहता है’ जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है. इसके तहत रिजर्व बैंक यह सुनिश्चित कर रहा है कि आम आदमी के साथ उसके नाम पर धोखाधड़ी न हो.
इसके तहत रिजर्व बैंक ऑनलाइन सुरक्षित ट्रांजेक्शन करने और वित्तीय लेन-देन के दौरान समय-समय पर होने वाली धोखाधड़ी से बचने को लेकर जानकारी दी जा रही है. इसके लिए रिजर्व बैंक की तरफ से लोगों को आपके मोबाइल पर मैसेज भी भेजे जा रहे हैं. यह आपके लिए अति महत्वपूर्ण है, इसलिए इस मैसेज को निजी कंपनियों की मैसेज की तरह हल्के में न लें. बल्कि इसे जानकारी को अधिक से अधिक पहुंचाएं.
जानकारी के लिए मिस्ड कॉल करें
आमलाेग फर्जी फोन कॉल, ईमेल और साथ ही चिटफंडों में बुद्धिमानी के साथ और सावधानी से निवेश करने के संबंध में इंटरैक्टिव वॉइस रिस्पोंस सिस्टम (आइवीआरएस) के माध्यम से अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए 8691960000 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं. साथ ही आप इस अभियान पर ईमेल के माध्यम से अपना फीडबैक भी भेज सकते हैं.