बेटियां सशक्त होंगी तभी लड़ेंगीं

पटना : हमारा देश वीरांगनाओं का देश है. इस देश ने एक से बढ़ कर एक वीरांगना दिया है, जिनमें से रानी लक्ष्मीबाई को हम सर्वोच्च मानते हैं. रानी लक्ष्मीबाई की जयंती समारोह पर केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही. बिहार सरकार के पथ निर्माण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2017 8:48 AM
पटना : हमारा देश वीरांगनाओं का देश है. इस देश ने एक से बढ़ कर एक वीरांगना दिया है, जिनमें से रानी लक्ष्मीबाई को हम सर्वोच्च मानते हैं. रानी लक्ष्मीबाई की जयंती समारोह पर केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही.
बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पुरुषों की तो बहुत जयंती मनायी जाती है, लेकिन महिलाओं की जयंती वह भी महारानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगना की जयंती मनाना अपने आप में गर्व की बात है. इस मौके पर जेपी गोलंबर से रानी लक्ष्मीबाई की झांकी भी निकाली गयी.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम इसी परिप्रेक्ष्य में है. बेटियां पढ़ेंगी तो ही आगे चल कर उनमें से कोई रानी लक्ष्मीबाई की तरह इस देश को दुश्मनों से बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगी. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मां जानकी मिथिला पुनर्जागरण समिति के अध्यक्ष मृत्युंजय झा ने कहा कि जानकी सेना अभी रानी लक्ष्मीबाई की जयंती मना रही है. कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा दिलमणि देवी, सदस्य डा. उषा विद्यार्थी, नीलम सहनी, पटना की महापौर सीता साहू, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधान पार्षद डॉ सूरज नंदन कुशवाहा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सुखदा पांडेय आदि उपस्थित थे.
11 सम्मानित
इस अवसर पर बिहार के विभिन्न जिलों सेचयनित 11 महिलाओं को रानी झांसी लक्ष्मीबाई वीरता सम्मान से सम्मानित किया गया. सम्मानित की
गयी महिलाओं के नाम हैं – संध्या
सिंह, रितु जायसवाल, प्रियंबदा भारती, शादिया आफरीन, साबिया परवीन, निर्मला कुमारी, जया देवी, पूनम चौरसिया, रानी लक्ष्मीबाई और उनकीदो सहयोगी की भूमिका निभानेवाली महिला कलाकार.

Next Article

Exit mobile version