महिलाओं के खिलाफ अपराध में बिहार 26वें नंबर पर, दहेज संबंधित मामलों में यूपी सबसे आगे : नीतीश

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दहेज लिए बिना शादी करने वाले दंपतियों को फोन कर रहे हैं और उनसे मुलाकात कर रहे हैं ताकि दूसरे लोगों को इस सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया जा सकें. मुख्यमंत्री ने आज कहा कि इन कुप्रथाओं को खत्म कर महिलाओं के खिलाफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2017 9:00 AM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दहेज लिए बिना शादी करने वाले दंपतियों को फोन कर रहे हैं और उनसे मुलाकात कर रहे हैं ताकि दूसरे लोगों को इस सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया जा सकें. मुख्यमंत्री ने आज कहा कि इन कुप्रथाओं को खत्म कर महिलाओं के खिलाफ अपराधों को कम किया जा सकेगा और यह महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में बिहार 26वें नंबर पर है जबकि दहेज से संबंधित अपराधों में उत्तर प्रदेश के बाद हम दूसरे नंबर पर हैं.

सीएम नीतीश ने इस वर्ष दो अक्तूबर को दहेज और बाल विवाह को खत्म करने का अभियान शुरू किया था. उन्होंने कहा, हमारे समाज से इन दो सामाजिक कुप्रथाओं को खत्म करके महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में कमी आयेगी, लेकिन केवल कानूनों से यह हासिल नहीं किया जा सकता. समाज को भी अपनी कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने एक प्रमुख मीडिया हाउस की पहल दहेज मुक्ति जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाते हुए कहा, हमें दहेज और बाल विवाह के खिलाफ हमारे अभियानों के लिए ऐसे ही सामाजिक समर्थन की जरूरत है.

चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी समारोह के हिस्से के तौर पर नीतीश कुमार ने कहा कि शराब, दहेज और बाल विवाह के खिलाफ अभियान चलायेगये हैं. उन्होंने कहा, मैं उन दंपतियों को फोन कर रहा हूं और यहां तक कि उनसे मुलाकात कर रहा हूं, जिन्होंने बिना दहेज लिए शादी की. यह सम्मान का भाव है. पिछले महीने भोजपुर जिला निवासी और पूर्व प्रधानाचार्य हरिंद्र कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की थी और कहा था कि वह दहेज लौटाने की मुख्यमंत्री की अपील से प्रेरित हुए. उन्होंने अपने बेटे की शादी में मिला दहेज लौटा दिया था.

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