शरद यादव बनायेंगे नयी पार्टी, एक हफ्ते के भीतर करेंगे ऐलान
नयी दिल्ली : जदयू पर अपने दावे की लड़ाई चुनाव आयोग में हारने के बाद शरद यादव गुट ने नयी पार्टी बनाने का फैसला किया है. शरद गुट ने आयोग के फैसले को दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती देने के साथ ही नयी पार्टी के गठन की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है.शरद यादव ने […]
नयी दिल्ली : जदयू पर अपने दावे की लड़ाई चुनाव आयोग में हारने के बाद शरद यादव गुट ने नयी पार्टी बनाने का फैसला किया है. शरद गुट ने आयोग के फैसले को दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती देने के साथ ही नयी पार्टी के गठन की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है.शरद यादव ने आज अपने गुट के नेताओं से तीन दिन के भीतर नये दल का नाम सुझाने के लिये कहा है जिससे एक सप्ताह के भीतर पार्टी के नाम की घोषणा की जा सके.
शरदयादव ने आज यहां आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू पर अपने दावे को बरकरार रखते हुए कहा कि अदालत के फैसले का इंतजार किये बिना नयी पार्टी का गठन अब जरूरी हो गया है. बैठक के बाद शरद गुट के महासचिव अरुण श्रीवास्तव ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष छोटूभाई बसावा ने गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कार्यकारिणी में बसावा की जगह पार्टी की तमिलनाडु इकाई के नेता के राजशेखरन को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है.
अरुण श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग के फैसले में देरी के कारण शरद गुट को गुजरात में कांग्रेस के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिये नयी पार्टी का गठन करना पड़ा. इसके फलस्वरूप नवगठित भारतीय ट्राइबल पार्टी के चुनाव चिह्न पर बसावा सहित सात प्रत्याशी गुजरात में कांग्रेस के साथ गठजोड़ कर चुनाव मैदान में है. इस कारण से बसावा को कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा.
शरद द्वारा नयी पार्टी बनाये जाने की घोषणा के बारे मेंअरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर पार्टी का नाम तय कर लिया जायेगा और गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में नवगठित पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि आयोग में जदयू पर दावे की कानूनी लड़ाई जारी रहेगी, लेकिन इस वजह से राजनीतिक उद्देश्य प्रभावित न हों, इसके लिये नयी पार्टी बनाने का फैसला किया है.
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने शरद गुट के दावे को खारिज कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले गुट को ही वास्तविक जदयू बताया है. आयोग के इस फैसले को शरद गुट ने दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी है.