नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पर बोला बड़ा हमला, देखें वीडियो

पटना : बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री और सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि आज उठाये गये सवालों का जवाब देने के बजाय सरकार पुरानी बातें उठा कर बचना चाहती है. बिहार की जनता सब देख रही है. आनेवाले समय में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2017 2:19 PM

पटना : बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री और सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि आज उठाये गये सवालों का जवाब देने के बजाय सरकार पुरानी बातें उठा कर बचना चाहती है. बिहार की जनता सब देख रही है. आनेवाले समय में बिहार की जनता इसका जवाब देगी. साथ ही उन्होंने भाजपा द्वारा राजद प्रमुख लालू प्रसाद को बदनाम किये जाने का आरोप लगाया. तेजस्वी यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि लालू जी का जनाधार कम हुआ क्या? हम दोबारा मजबूती से क्यों आते हैँ? क्योंकि, जनता सब जानती है. इसलिए आज राजद सबसे बड़ी पार्टी है. उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि जब सूबे के मुख्यमंत्री पर ही हत्या का मुकदमा चल रहा हो तो जाहिर है कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होगी.

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को कुर्सी बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि लालूजी ने ही नीतीश जी को सहारा दिया. उन्हें पुनर्जीवित करने करने का काम किया.उन्हें एहसान चुकाना चाहिए था. लेकिन, हम लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है. लालू प्रसाद समेत हम सभी पर झूठा आरोप लगा कर सभी बातों को गौण नहीं किया जा सकता. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए नसीहत दी कि बिहार की चिंता करें. हम कितने दोषी हैं, इसका फैसला अदालत पर छोड़ दें.


मुख्यमंत्री जी चंपारण जाकर गांधी जी के सपनों को साकार करने की बात कहते हैँ, गांधी जी का यह कैसा सपना है कि सूबे में अपराध, घोटाला और भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है. विपक्ष के लगाये आरोपों पर सदन के नेता और मुख्यमंत्री को सदन में जवाब देना चाहिए. अभी मेरे खिलाफ जांच चल रही है. चार्जशीट भी दाखिल नहीं की गयी है और फैसला सुनाया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री जी संवाददाता सम्मेलन कर हमारे खिलाफ प्रमाण भी दिखाते थे. अब तक तो मुझे जेल में ही भेज दिया जाना चाहिए था. स्पष्ट है कि जब केस नहीं बन पा रहा है, तो झूठे केस बनाने का प्रयास किया जा रहा है.



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